सिर्फ क्लबों में महिला को अबला कहने से नहीं चलेगा : मुख्यमंत्री
जमशेदपुर/रांची. सिर्फ क्लबों और भाषणों में महिलाओं को अबला कहने से काम नहीं चलेगा. यह परिपाटी बंद होनी चाहिए. महिलाओं को उनका अधिकार देने से वह सबला हो सकेंगी. इसके लिए कानूनी प्रावधान लाना जरूरी है. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. वे शनिवार को साकची स्थित धालभूम क्लब में भाजपा महिला मोरचा की […]
जमशेदपुर/रांची. सिर्फ क्लबों और भाषणों में महिलाओं को अबला कहने से काम नहीं चलेगा. यह परिपाटी बंद होनी चाहिए. महिलाओं को उनका अधिकार देने से वह सबला हो सकेंगी. इसके लिए कानूनी प्रावधान लाना जरूरी है.
उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. वे शनिवार को साकची स्थित धालभूम क्लब में भाजपा महिला मोरचा की जिला कार्यसमिति की पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने मैट्रिक व इंटर की टॉपर्स छात्राओं को सम्मानित किया.
साथ ही अपने विवेकाधीन कोटे से पांच-पांच हजार रुपये देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि गरीबों के घर में बच्ची पैदा हो रही है, लेकिन अमीरों के घर में भ्रूण हत्या हो रही है. इसको तत्काल रोकने की जरूरत है. महिलाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए जल्द ही राज्य महिला आयोग की तर्ज पर जिला और प्रखंड स्तर पर एक संवैधानिक संस्था गठित होगी. इससे महिलाओं को अपनी बात रखने के लिए रांची की दौड़ लगानी नहीं पड़ेगी.