आइसीएसइ स्कूल के प्राचार्य पोक्सो एक्ट के प्रति जागरूक बनें : गैरी अराथून

दीपक रांची : आइसीएसइ बोर्ड के सचिव सह मुख्य कार्यपालक गैरी अराथून ने बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों के प्राचार्यों से कहा है कि वे अपने स्कूल में बच्चों के प्रति होनेवाले अप्राकृतिक यौनाचार के संबंध में जागरूकता फैलायें. उन्होंने इस संबंध में झारखंड समेत देश भर के सभी संबद्ध स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2017 9:59 AM
दीपक
रांची : आइसीएसइ बोर्ड के सचिव सह मुख्य कार्यपालक गैरी अराथून ने बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों के प्राचार्यों से कहा है कि वे अपने स्कूल में बच्चों के प्रति होनेवाले अप्राकृतिक यौनाचार के संबंध में जागरूकता फैलायें. उन्होंने इस संबंध में झारखंड समेत देश भर के सभी संबद्ध स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा है कि केंद्रीय महिला और बाल विकास विभाग की ओर से इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करते हुए पोक्सो-ई बाक्स की शुरुआत की गयी है.
पोक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्राॅम सेक्सुअल आफेंस) कानून 2012 के अंतर्गत सभी शिक्षकों, गैर शिक्षकेत्तर कर्मियों, अन्य कर्मियों और बच्चों को जागरूक करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने अपने वेबसाइट में बच्चों के साथ होनेवाले दुर्व्यवहार के प्रति शिकायत करने के लिए पोक्सो ई-बॉक्स की शुरुआत की है. इसमें शिकायत करने की विधि बतायी गयी है.
श्री अराथून ने लिखा है कि बच्चों के साथ दुर्व्यवहार सही नहीं है. इसका सीधा असर बच्चों की मानसिक स्थिति पर पड़ता है. इसलिए स्कूलों में बच्चों, शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के लिए यूनिसेफ की तरफ से निर्मित डॉक्यूमेंटरी कोमल को भी दिखलाने की जरूरत है. सभी के लिए डाक्यूमेंटरी देखने की अलग-अलग व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि इस फिल्म में बच्चों के साथ होनेवाले अप्राकृतिक यौनाचार के खिलाफ शिकायत करने के तरीके भी बताये गये हैं. साथ ही पोक्सो एक्ट की जानकारी भी दी गयी है. उन्होंने स्कूल परिसर और अन्य जगहों में इस तरह की गतिविधियों पर पूर्णत: चौकस रहने की सलाह भी दी है.

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