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अभिनंदन: नये नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि ने ग्रहण किया पदभार, कहा सबके सहयोग से रांची को सुंदर बनायेंगे
रांची: वर्ष 2012 बैच के आइएएस अधिकारी शांतनु अग्रहरि ने सोमवार को रांची नगर निगम में नगर आयुक्त के पद पर योगदान दे दिया. पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने उन्हें नगर आयुक्त का पदभार ग्रहण कराया़ प्रशांत कुमार ने उन्हें बधाई देते हुए रांची नगर निगम की योजनाओं को बेहतर ढंग से धरातल पर […]
रांची: वर्ष 2012 बैच के आइएएस अधिकारी शांतनु अग्रहरि ने सोमवार को रांची नगर निगम में नगर आयुक्त के पद पर योगदान दे दिया. पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने उन्हें नगर आयुक्त का पदभार ग्रहण कराया़ प्रशांत कुमार ने उन्हें बधाई देते हुए रांची नगर निगम की योजनाओं को बेहतर ढंग से धरातल पर उतारने की शुभकामनाएं दीं.
प्रशांत कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे शांतनु को नगर आयुक्त का पदभार सौंपा. इस अवसर पर उप नगर आयुक्त संजय कुमार, सहायक कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार, ओएस नरेश कुमार सिन्हा सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
शांतनु अग्रहरि का परिचय
नये नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि 2012 बैच के आइएएस अधिकारी हैं. वे मूलत: यूपी जौनपुर के रहनेवाले हैं. अग्रहरि ने कानपुर से इंटर व ग्रेजुएशन पूरा किया़ इसके बाद आगरा से एमबीबीएस किया. उत्तर प्रदेश में ही नौकरी की. साथ ही सिविल सर्विस की तैयारी में भी लगे रहे. यूपीएससी में सेलेक्शन के बाद पहली पोस्टिंग लातेहार एसडीएम के रूप में हुई. इसके बाद वे जामताड़ा डीसी और बाद में चाईबासा डीसी बनाये गये.
रांची नगर निगम को आगे रखने का प्रयास करूंगा
हर शहर की अपनी कुछ प्राथमिकताएं रहती हैं. रांची नगर निगम की जो भी प्राथमिकताएं हैं, वही अब भी रहेंगी. योजनाएं व नगर निगम के सभी कार्य समय पर पूरे हों, इसके लिए प्रयास करूंगा. देश भर के नगर निगम में रांची का नाम अग्रणी रहे, इसका प्रयास किया जायेगा.
शांतनु अग्रहरि, नगर आयुक्त, रांची नगर निगम
चुनाैतीपूर्ण रहा कार्यकाल, शहर को संवारने का दो वर्षों का मिला समय कम पड़ गया : प्रशांत कुमार
पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने कहा कि रांची नगर निगम में करीब दो वर्ष का कार्यकाल काफी चुनौतीपूर्ण रहा. शहर को संवारने के लिए करीब दो वर्ष से अधिक का कार्यकाल काफी कम पड़ गया. हमने राजधानी रांची के लिए नगर निगम की योजनाओं व जनसुविधाओं के लिए नींव रख कर दिशा तय कर दी है. नये नगर आयुक्त के नेतृत्व में बेहतर काम होगा, यही मेरी शुभकामना है. उन्होंने कहा कि शहर को संवारने के लिए मैंने जो काम किया, वह अनूठा व चुनौतीपूर्ण रहा. मैंने जो कार्य किया, उसके पीछे मेरा निजी स्वार्थ भी था. वह निजी स्वार्थ यह था कि हमें पता था कि अब मुझे रांची में ही रहना है. इसलिए निगम की योजनाओं का लाभ किसी न किसी रूप में मुझे भी प्राप्त होना है. इसलिए हमने हर काम को अपना समझ कर बेहतर ढंग से करने का प्रयास किया.
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