प्रोजेक्ट भवन का घेराव कर रहे छात्रों को किया गया गिरफ्तार, छात्राओं के साथ दुर्व्‍यवहार

रांची : 20 से राजभवन के समक्ष हड़ताल पर बैठे छात्र-छात्राओं ने बुधवार को प्रोजेक्‍ट भवन घेराव का कार्यक्रम बनाया. प्रोजेक्‍ट भवन के पास पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को रोक दिया और छात्रों को हिरासत में ले लिया. वहीं प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने छात्राओं के साथ दुर्व्‍यवहार किया है. छात्राओं का कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2017 9:02 PM

रांची : 20 से राजभवन के समक्ष हड़ताल पर बैठे छात्र-छात्राओं ने बुधवार को प्रोजेक्‍ट भवन घेराव का कार्यक्रम बनाया. प्रोजेक्‍ट भवन के पास पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को रोक दिया और छात्रों को हिरासत में ले लिया. वहीं प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने छात्राओं के साथ दुर्व्‍यवहार किया है. छात्राओं का कहना है कि महिला पुलिस की गैरमौजूदगी में पुरुष पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें हाथ लगाया.

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि 20 जून से राजभवन के समक्ष छात्रवृत्ति में की गयी कटौती के खिलाफ में छात्र-छात्राओं का भूख हड़ताल जारी था. बुधवार को शाम पांच बजे तक जब कोई प्रशासनिक अधिकारी ने बातचीत नहीं की, तभी प्रोजेक्‍ट भवन घेराव का कार्यक्रम बनाया गया.

छात्र प्रतिनिधियों का कहना है कि भूख हड़ताल पर बैठे छात्र-छात्राओं ने कल्याण मंत्री अथवा मुख्‍यमंत्री से मुलाकात करने की गरज से प्रोजेक्‍ट भवन मार्च का फैसला किया. उन्‍होंने कहा कि हम लोगों ने मंत्री से मुलाकात करने की कोशिश की जो उपलब्ध नहीं थी. लोग कल्याण सचिव ने मुलाकता कर कहा कि आपको जो करना है कीजिए. भूख हड़ताल करना है तो कीजिए हम कुछ नहीं कर सकते.

प्रतिनिधियों ने कहा कि मजबूरन सभी छात्र छात्राएं झारखंड मंत्रालय भवन के घेराव का कार्यक्रम बनाया. घेराव के थोड़ी देर बाद ही पुलिस पहुंची और हम लोगों पर हमला बोल दिया. हमारे साथ खड़ी छात्राओं के साथ दुर्व्‍यवहार किया गया और सभी को गिरफ्तार किया गया. हमसभी को गिरफ्तार कर जगन्नाथपुर थाना वह धुर्वा थाना में रखा गया है.

प्रतिनिधियों ने कहा कि हमारी मांग है कि विगत दिसंबर माह से हम लोगों ने क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ाया. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से हमारी बात को हमेशा नकार दिया गया. हमने अपनी जमीन गिरवी रखकर बी एड की पढ़ाई की है. अब सरकार तय करें कि पूरे झारखंड के हजारों बीएड छात्रों को गिरफ्तार कर जेल में रखेगी या उनकी समस्याओं पर विचार करेंगी.

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