साइमेड हेल्थकेयर पर दर्ज होगा मुकदमा
बिना लाइसेंस के रिम्स में आॅक्सीजन सप्लाई करने का आराेप, राज्य औषधि निदेशालय ने दिया आदेश रांची : राज्य औषधि निदेशालय ने मेसर्स साइमेड हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. स्टेट ड्रग कंट्रोलर रितु सहाय ने गुरुवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. मेसर्स साइमेड हेल्थ […]
बिना लाइसेंस के रिम्स में आॅक्सीजन सप्लाई करने का आराेप, राज्य औषधि निदेशालय ने दिया आदेश
रांची : राज्य औषधि निदेशालय ने मेसर्स साइमेड हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. स्टेट ड्रग कंट्रोलर रितु सहाय ने गुरुवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. मेसर्स साइमेड हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बिना लाइसेंस के ही रिम्स में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी. राज्य औषधि निदेशालय के आदेश पर गठित तीन सदस्यीय टीम ने जांच के क्रम में यह गड़बड़ी पकड़ी थी. जांच टीम की अनुशंसा पर कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्णय लिया गया है.
प्रैक्सएयर से ऑक्सीजन लेकर रिम्स को देती थी कंपनी : संयुक्त निदेशक औषधि सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन प्रैक्सएयर द्वारा किया जाता है. प्रैक्सएयर के पास उत्पादन व अापूर्ति करने का लाइसेंस है. प्रैक्सएयर से ऑक्सीजन लेकर रिम्स को आपूर्ति साइमेड हेल्थ केयर करता है. पिछले साल जुलाई में हुई जांच में आपूर्तिकर्ता के पास ऑक्सीजन की आपूर्ति लाइसेंस नहीं था. यह ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की अधिनियम की धारा 18 (c) का उल्लंघन है. ऐसा करना 27 (b)(ii) तथा 27(d) के तहत दंडनीय अपराध है. इस अधिनियम के तहत तीन से पांच साल की सजा का प्रावधान है. हालांकि, आपूर्तिकर्ता कंपनी ने राज्य औषधि निदेशालय को बताया है कि उसे लाइसेंस मिल चुका है.
मेसर्स साइमेड हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है. सप्लायर के पास लाइसेंस नहीं था. जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गयी है.
रितु सहाय, ड्रग कंट्रोलर
प्रभात खबर ने उठाया था मामला
अस्पतालों में अॉक्सीजन की शुद्धता की जांच से संबंधित खबर तीन नवंबर 2016 को प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी. खबर प्रकाशित करने के बाद राज्य औषधि निदेशालय ने जांच टीम गठित की थी. टीम में प्रणव प्रभात, प्रतिभा झा एवं उत्कल मणि शामिल थे. टीम ने कई गड़बड़ियां पायी थीं. ऑक्सीजन उत्पादन करनेवाली एजेंसी, आपूर्ति करनेवाले एवं अस्पतालों को शो कॉज किया गया था.