रांची : एक पखवाड़े तक गर्भगृह में रहने के बाद शनिवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा तथा भाई बलराम का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नेत्रदान हुअा. नेत्रदान के लिए तीनों विग्रहों को शाम 4.30 बजे गर्भगृह से बाहर निकाला गया. शाम पांच बजे मंगल आरती हुई तथा मुख्य पुजारी ब्रज भूषण नाथ मिश्र के नेतृत्व में तीनों विग्रहों का आंख खोला गया. इसके बाद भगवान का दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुलभ हो गया. भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. रात 9.30 बजे भगवान का दर्शन बंद कर दिया गया.
नेत्रदान के बाद मेला शुरू : भगवान के नेत्रदान के साथ ही मंदिर परिसर के आसपास मेला शुरू हो गया. दर्शन के लिए मेले में आये श्रद्धालुओं ने जम कर खरीदारी की. रविवार से ऐतिहासिक नौ दिवसीय रथयात्रा महोत्सव आरंभ होगा. भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ भक्तों को दर्शन देने के लिए मुख्य मंदिर से बाहर निकलेंगे. भगवान के रथ को हजारों की संख्या में भक्त खींच कर उन्हें मौसीबाड़ी पहुंचायेंगे. चार जुलाई को भगवान मौसीबाड़ी से मुख्य मंदिर लौटेंगे. रथ मेला आयोजन समिति के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की है. परिसर स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. कंट्रोल रूम में फायर बिग्रेड, एंबुलेंस समेत मेडिकल टीम को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है. असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए दो वॉच टॉवर बनाये गये हैं. परिसर में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं.
रथ मेला में चार टैंकर से जलापूर्ति करेगा निगम : रथ मेला में नगर निगम मेला परिसर में चार टैंकर से जलापूर्ति करेगा. एक टैंकर के खाली होने पर तत्काल ही दूसरे टैंकर की व्यवस्था की जायेगी. मेला परिसर में सफाई व्यवस्था को भी दुरुस्त रखने का इंतजाम किया गया है. इसके लिए पांच वार्डों के सुपरवाइजर को मेला खत्म होने तक मेला परिसर में ही प्रतिनियुक्त किया गया है.
रथ मेला में 300 से अधिक जवान होंगे तैनात
रथ यात्रा महोत्सव में विधि-व्यवस्था की कोई समस्या न हो, इसके लिए रांची पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए 300 से अधिक जवानों और पुलिस अफसरों को तैनात किया गया है. हाल के दिनों में बच्चा चोरी की घटना के सामने आने के बाद मेला परिसर में सुरक्षा के लिए विशेष इंतेजाम किये गये हैं. इसके लिए सादे लिबास में पुलिस के जवान अलग से तैनात किये गये हैं. पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि मेला परिसर में प्लेसमेंट एजेंसी के एजेंट भी काफी सक्रिय रहते हैं. इस दौरान पूर्व में युवतियों के लापता होने की बात प्रकाश में आ चुकी है. मौसीबाड़ी के आसपास दिल्ली में संचालित प्लेसमेंट एजेंसी के लोगों का आवास है. जिस पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है़ इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए अलग से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को लगाया गया है.
विभिन्न मार्गों के लिए वाहन का रूट
एचइसी, विधानसभा की ओर से आनेवाले वाहन जिन्हें मौसीबाड़ी जगन्नाथपुर मंदिर होते हुए रिंग रोड जाना हो, वैसे वाहन शहीद मैदान से शालीमार बाजार, प्रभात तारा मैदान, जेएससीए स्टेडियम से दाहिने मुड़ कर तिरिल मोड़ होते हुए अपने गंतव्य की ओर जा सकते हैं. रिंग रोड की तरफ से आनेवाले वाहन जिन्हें शहर की ओर जाना हो, वैसे वाहन तिरिल मोड़ से जेएससीए स्टेडियम, प्रभात तारा, शालीमार बाजार होते हुए शहर की ओर आयेंगे. विधानसभा की तरह से जिन्हें मेला जाना हो, वैसे बड़े वाहन/मिनीडोर को शहीद मैदान के पास ही बने पार्किंग स्थल पर गाड़ी पार्क करनी पड़ेगी.
यहां बनाये गये हैंड्रॉप गेट/बैरियर
मौसीबाड़ी बैरियर नंबर एक और दो
योगदा सत्संग महाविद्यालय के सामने
तिरिल मोड़
पुंदाग साईं मंदिर रोड पर
जगन्नाथपुर तालाब के पास
शहीद मैदान
स्टेडियम मोड़ के पास
जगुआर के पास
प्रभात तारा मैदान के पास
शालीमार बाजार मोड़
गार्डेन बेकरी से मेला जानेवाले कच्ची सड़क पर
इंदिरा नगर कॉलोनी के पास
रथ यात्रा के कार्यक्रम
सुबह 5.00 बजे दर्शन प्रारंभ
दोपहर 2.00 बजे दर्शन बंद, भगवान का रथारोहण के लिए मंदिर से प्रस्थान
दोपहर 2.25 बजे विग्रहों का रथारोहण व शृंगार
दोपहर 2.30 बजे विष्णुलाक्षार्चणा प्रारंभ
शाम 4.00 बजे भगवान की आरती
शाम 4.15 बजे श्रद्धालुओं के हाथ से पुष्प संग्रह
शाम 4.31 बजे रथ यात्रा प्रारंभ
शाम 6.00 बजे रथ का मौसीबाड़ी पहुंचना
शाम 7.00 बजे तक रथ पर दर्शन सुलभ
शाम 7.01 बजे विग्रहों का मौसीबाड़ी में प्रवेश
रात 8.00 बजे मंगल आरती
इन जगहों पर बंद रहेगा वाहनों का प्रवेश
1. शहीद मैदान से मेला जानेवाले मार्ग
2. मौसीबाड़ी गोलचक्कर के पास
3. माडर्न बेकरीज से मेला जानेवाले मार्ग