राहे ओपी में राइफल साफ करने के दौरान चली गोली, जवान की मौत
दुखद. बैरक से आयी गोली चलने की आवाज, बाहर खड़े जवान दौड़े रांची/सोनाहातू : इनसास राइफल साफ करने के दौरान गोली चलने से राहे ओपी में पदस्थापित जिला बल के जवान 40 वर्षीय सूरज की मौत हो गयी. घटना रविवार की सुबह करीब 8.30 बजे की है. वह मूल रूप से बेगूसराय का रहनेवाला था. […]
दुखद. बैरक से आयी गोली चलने की आवाज, बाहर खड़े जवान दौड़े
रांची/सोनाहातू : इनसास राइफल साफ करने के दौरान गोली चलने से राहे ओपी में पदस्थापित जिला बल के जवान 40 वर्षीय सूरज की मौत हो गयी. घटना रविवार की सुबह करीब 8.30 बजे की है. वह मूल रूप से बेगूसराय का रहनेवाला था. वर्तमान में उसका परिवार जमशेदपुर के बागबेड़ा में रहता है.
घटना की सूचना मिलते ही राहे ओपी प्रभारी सरबक्स सिंह सिद्धू, सूरज कुमार साह के कमरे में पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को दी. सूचना मिलने पर तत्काल एसडीपीओ बुंडू केवी रमन और इंस्पेक्टर संचमान तमांग राहे ओपी पहुंचे. कुछ देर बाद ग्रामीण एसपी राज कुमार लकड़ा, एएसपी पीसी मिश्रा और पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी भी पहुंचे.
सीओ राहे छविबाला बारला की उपस्थिति में कमरे को जांच की गयी. राइफल पकड़े हुए जवान के शव की शिनाख्त की गयी. फर्श से दो गोलियां बरामद की गयी हैं. घटना के बाद जवान के शव काे पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया.
जानकारी के अनुसार राहे ओपी के ऊपरी तल्ले में बने बैरक के एक कमरे में चार जवान का बेड लगा है. बैरक के इसी कमरे के एक बेड पर सूरज कुमार साह रहता था. सुबह कुछ जवान ड्यूटी पर थे तथा कुछ स्नान आदि में व्यस्त थे. अचानक से सभी को गोली चलने की आवाज सुनाई दी.
सभी भागते हुए बैरक में आये, तो जवान को राइफल के साथ जमीन पर पड़ा देखा. गोली जवान के चेहरे के नीचे लगी थी. घटना की सूचना पर जवान सूरज के पिता सुनील कुमार साह ओर भाई शिवजी साह भी राहे ओपी पहुंचे. जवान की पत्नी लुई भारती तथा बेटा यश कुमार जमशेदपुर में ही थे. परिजनों के अनुसार सूरज शांत स्वभाव का था, कम बोलनेवाला और मिलनसार था. पुलिस मेंस एसोसिएशन के केंद्रीय सचिव सचिन पाठक ने कहा कि जवान की मौत पर हमलोग दुखी हैं. तेज-तर्रार जवान सूरज के परिजनों के लिए विभाग को सकारात्मक पहल करनी चाहिए. ग्रामीण एसपी के अनुसार सूरज रविवार सुबह इंसास राइफल साफ कर रहा था, गलती से फायरिंग हो गयी.
तीन फायरिंग हुई, दो गोली चल गयी तथा एक गोली राइफल में ही फंस गयी थी. गोली लगने से जवान की मौत हो गयी. जवान द्वारा किसी परेशानी की वजह से आत्महत्या करने या अन्य कोई दूसरी बात सामने नहीं आयी है. उसे छुट्टी की समस्या नहीं थी. वह हाल ही में छुट्टी से लौटा था और अपने परिवार के सदस्यों से हमेशा बातचीत करता था. उसने शनिवार को भी परिजनों से बात की थी.