इस ड्राफ्ट को 7 कैटेगरी में बांटा गया है. जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि अगर किसी को यौन उत्पीड़न की शिकायत है, तो उन्हें क्या करना है अौर उनकी शिकायतों का निबटारा किस प्रकार किया जायेगा. इस प्रकार की शिकायत मिलने पर जेंडर सेनिटाइजेशन एंड एक्शन अगेंस्ट सेक्सुअल हैरसमेंट की टीम पूरे मामले की जांच करेगी. जांच रिपोर्ट को हर हाल में 10 दिनों के भीतर तैयार कर उसे डायरेक्टर के पास सबमिट करना है. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के नियम के अनुसार दोषी पर कार्रवाई की जायेगी. चाहे वह संस्थान का कोई शिक्षक या फिर स्टाफ ही क्यों ना हो.
उक्त पॉलिसी व रैगिंग ना हो, इसे लेकर संस्थान परिसर में लाइब्रेरी, हॉस्टल, कैंटीन, डीन अॉफिस, फैकल्टी नोटिस बोर्ड, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, कैफेटेरिया, एमडीपी समेत कई अन्य जगहों पर एक नोटिस बोर्ड भी चस्पा किया गया है. हालांकि एक्सएलआरआइ में अब तक उक्त प्रकार की गतिविधियां नहीं सामने आयी है. लेकिन बी स्कूल प्रबंधन की अोर से इसे लेकर तैयारी पूरी की गयी है.