“300 करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित
रांची: कपड़े पर जीएसटी लगाये जाने के विरोध में झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के सदस्यों ने तीन दिवसीय बंद का आह्वान किया था. गुरुवार को बंद के अंतिम दिन भी थाेक व्यवसायियों की दुकानों पर ताले लटके रहे और किसी तरह का कारोबार नहीं हुआ. एक अनुमान के अनुसार तीन दिवसीय बंद में पूरे […]
रांची: कपड़े पर जीएसटी लगाये जाने के विरोध में झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के सदस्यों ने तीन दिवसीय बंद का आह्वान किया था. गुरुवार को बंद के अंतिम दिन भी थाेक व्यवसायियों की दुकानों पर ताले लटके रहे और किसी तरह का कारोबार नहीं हुआ. एक अनुमान के अनुसार तीन दिवसीय बंद में पूरे झारखंड में 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ.
संघ के सदस्य अपर बाजार के गांधी चौक के समीप धरने पर बैठे. इनमें गढ़वा, हजारीबाग, गुमला सहित कई जिलों के वस्त्र व्यवसायी संगठन के पदाधिकारी शामिल थे. इसके बाद संघ का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष प्रवीण लोहिया के नेतृत्व में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह से मिला. श्री लोहिया ने कहा कि मंत्री 30 जून को जीएसटी काउंसिल की होनेवाली बैठक में राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्हें परेशानियों से अवगत कराया गया है. साथ ही इसे सिंगल प्वाइंट पर लागू करने का आग्रह किया गया है. मंत्री से मुलाकात के बाद कपड़ा व्यवसायी पुन: धरना स्थल पर पहुंचे.
व्यापारियों को केंद्र सरकार से उम्मीद
सदस्यों ने उम्मीद जतायी कि केंद्र सरकार उनकी इस समस्या पर संज्ञान लेते हुए पुनर्विचार करेगी. प्रतिनिधिमंडल में संघ की ओर से अजय बथवाल, प्रमोद सारस्वत, अमरचंद, संजय अग्रवाल, गुरमीत सिंह, विपुल जैन और झारखंड चेंबर के पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा शामिल थे. धरना स्थल पर अनिल जालान, मनोज सिंघानिया, अनूप लाखोटिया, बिमल जैन, सत्यनारायण मंत्री, सुबोध गुप्ता, संतोष सरावगी, महेश चौधरी, विनय मिड्ढा, अमरचंद, हैप्पी किंगर, विश्वनाथ अग्रवाल, मूलचंद जैन, सौरव कानोडिया, सत्यनारायण मंत्री आदि उपस्थित थे.