झारखंड : सुरक्षाकर्मियों में क्यों बढ़ रही है आत्महत्या की प्रवृत्ति?
रांची : रांची के बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में रांची पुलिस के एक जवान ने शनिवार को आत्महत्या कर ली. जवान ने अपने ही एके-47 से गोली मारी और जीवन समाप्त कर लिया. पिछले पंद्रह दिन में झारखंड से करीब तीन सुरक्षाकर्मियों की आत्महत्या करने की खबर सामने आयी है. ध्यान देने वाली बात यह […]
रांची : रांची के बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में रांची पुलिस के एक जवान ने शनिवार को आत्महत्या कर ली. जवान ने अपने ही एके-47 से गोली मारी और जीवन समाप्त कर लिया. पिछले पंद्रह दिन में झारखंड से करीब तीन सुरक्षाकर्मियों की आत्महत्या करने की खबर सामने आयी है. ध्यान देने वाली बात यह है कि ये सभी जवान ड्यूटी पर थे. आत्महत्या का कारण कुछ भी हो, लेकिन यह हैरान करने वाली प्रवृति है. परिजनों से दूर रहकर कठोर ड्यूटी करने वाले जवान बेहद विषम परिस्थितियों में रहते हैं. ऐसे हालात में पुलिस विभाग को उन कारणों की पड़ताल करना चाहिए, जिसकी वजह से जवान आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाते हैं.
सरायकेला में सीआरपीएफ के जवान ने की थी आत्महत्या
19 जून को सरायकेला के दुगनी में स्थित सीआरपीएफ 196 बटालियन के जनरल गार्ड एस गुरू प्रसाद (26 वर्ष) ने अपने ही हथियार से गोली मार कर अपनी इहलीला समाप्त कर लिया. घटना रविवार देर रात लगभग 12.10 बजे के आसपास की बतायी जा रही है. इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 196 बटालियन के जवान साहेबगंज स्थित जिला प्रशासन के भवन में भी रहते हैं. मृत्तक गुरू प्रसाद भी अपने साथी जवानों के साथ बी ब्लॉक में रहते थे.
घटना की रात वह अपने साथी जवानों को गर्मी लगने की बात कह कर छत पर चढ़ गया व साथ में अपना हथियार भी लेता गया. इसी दौरान एक अवाज सुनाई पड़ी. जब सीआरपीएफ के बाकी जवान अवाज सुन कर छत पर चढ़े तो देखा की वह खून से लथपथ पड़े हुए हैं व गोली जबड़ा के नीचे से सटा कर मार ली है.
गिरिडीह में जवान ने गोली मार कर की थी आत्महत्या
जून महीने के 19 तारीख को गिरिडीह जिले के लोकाय नयनपुर थाने में कार्यरत जवान सावना लकड़ा ने सिर पर गोलीमार कर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि सावना लकड़ा घाटशिला के रहने वाले थे. जवान छुट्टी से कुछ ही दिन पहले घर लौटा था और तनाव में था.