रांची/नयी दिल्ली : झारखंड के मंत्री सरयू राय ने कोयला एवं ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ मंगलवार रात उनके कार्यालय में मुलाकात की जिसमें कोयला और ऊर्जा विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए. बैठक का विषय देवनद दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने तथा इस बारे में किसी विश्वसनीय संस्थान से तृतीय पक्षी आकलन कराना था.
श्री राय ने बताया कि भारत सरकार की अग्रणी वैज्ञानिक संस्था केन्द्रीय खनन एवं ईंधन संस्थान (सिम्फर) ने देवनद दामोदर के प्रदूषण का तृतीय पक्षीय आकलन करने की स्वीकृति प्रदान की है. इसका एक पक्ष दर्जन भर से अधिक बड़े प्रदूषक उद्योग हैं तो दूसरा पक्ष दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने के लिये सरयू राय के नेतृत्व मे 2004 से चल रहा दामोदर बचाओ आंदोलन है.
इस आकलन से यह प्रमाणित होगा कि क्या कभी दुनिया की सबसे प्रदूषित आधा दर्जन नदियों में शामिल देवनद दामोदर इस वर्ष औद्योगिक प्रदूषण से कितना मुक्त हुआ है. जनसहयोग एवं युगांतर भारती सदृश संस्थाओं की सक्रियता से देवनद दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने का देश मे यह अनोखा उदाहरण है.
सरयू राय ने श्री गोयल से अनुरोध किया कि औद्योगिक प्रदूषण से मुक्ति के कगार पर पहुंच चुके दामोदर को नगरीय प्रदूषण से मुक्त कराने के लिये सीसीएल, बीसीसीएल. डीवीसी की करीब एक दर्जन कॉलोनियों मे सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना जरूरी है. श्री गोयल ने अधिकारियों को इसके लिये आदेश दिया.
ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने श्री गोयल को बताया कि डीवीसी के चंद्रपुरा और बोकारो थर्मल पावर प्लांट की कालोनियों में एसटीपी लगाने की योजना स्वीकृत हो गयी है. कोयला विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इसके बारे मे कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों बीसीसीएल/सीसीएल को निर्देश दे दिया गया है कि वे अपनी सभी कॉलोनियों मे एसटीपी स्थापित करें.
श्री राय ने दामोदर को प्रदूषणमुक्त करने के लिये श्री गोयल द्वारा किये जा रहे सहयोग के लिये उन्हें धन्यवाद दिया.