हैकाथॉन प्रतियोगिता में ”एसोसिएटेड कंक्रीट एंड इक्विपमेंट वेंचर्स” को मिला प्रथम पुरस्कार
रांची : आड्रे हाउस में आयोजित दो दिवसीय हैकाथॉन प्रतियोगिता में निर्माण कार्य से जुड़ी कचरा प्रबंधन कंपनी ‘एसोसिएटेड कंक्रीट एंड इक्विपमेंट वेंचर्स’ को प्रथम पुरस्कार दिया गया. वहीं, पौधों और बीज के ऑनलाइन बाजार ‘माई मेबी प्लांट्स’ को द्वितीय और इकोफ्रेंडली व बायोडिग्रेडेबल सफाई उत्पादन तैयार करने वाली कंपनी ‘वापाेल’ को तृतीय पुरस्कार से […]
रांची : आड्रे हाउस में आयोजित दो दिवसीय हैकाथॉन प्रतियोगिता में निर्माण कार्य से जुड़ी कचरा प्रबंधन कंपनी ‘एसोसिएटेड कंक्रीट एंड इक्विपमेंट वेंचर्स’ को प्रथम पुरस्कार दिया गया. वहीं, पौधों और बीज के ऑनलाइन बाजार ‘माई मेबी प्लांट्स’ को द्वितीय और इकोफ्रेंडली व बायोडिग्रेडेबल सफाई उत्पादन तैयार करने वाली कंपनी ‘वापाेल’ को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया़ नाथ कॉर्प को उसके सड़क सुरक्षा एप के लिए 20,000 रुपये का विशेष पुरस्कार दिया गया़ मुख्य अतिथि सिटी एसएसपी कुलदीप द्विवेदी और ट्रैफिक एसपी संजय रंजन ने सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया़
स्टार्टअप के फाइनल राऊंड में लेट्स चेंज प्रोमोशन एंड मार्केटिंग, ई-ज्ञान सागर, एग्जाम्स लीव, ग्रैफिटो, वी वेब्स, टेक्नो प्रो लैब्स व ऑनलाइन शॉपिंग मार्ट टीमें भी शामिल थीं. इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में डिजिटल ब्लड बैंक, सड़क सुरक्षा व फरजी समाचार के समाधान के लिए प्रतिभागियों ने अपने आइडिया के जरिये एप्स डिजाइन किये. 43 टीमें शामिल हुईं यह आयोजन 99 लीप, झारखंड सरकार के आइटी डिपार्टमेंट, किट यूनिवर्सिटी व नाथ कॉर्प ने संयुक्त रूप से किया था़ इस मौक पर रघुराज शेखर, सुशांत भारती, अमितेश आनंद, अमित मिश्रा, जी श्रीनिवास, सुरेखा राउत्रे, पायल चौधरी व अन्य मौजूद थे़
दुर्घटना होते ही थाने व परिचितों को सूचित करेगा मोबाइल : मोबाइल धारक के दुर्घटनाग्रस्त होते ही सड़क सुरक्षा एप से मदद की आवाज गूंजने लगेगी़ साथ ही तीन एसएमएस और एक कॉल के जरिये निकटतम थाने और उपभोक्ता के परिचितों को सूचना दिया जायेगा़
एप के जरिये निकटतम थाने और अस्पताल की जानकारी तुरंत मिलेगी़ इस एप के जरिये मोबाइल मालिक की ड्राइविंग को मॉनिटर किया जा सकता है और स्कूल बस व टैक्सी की ट्रैकिंग भी हो सकती है़ सोशल मीडिया पर फैलनेवाली अफवाहों को राेकने के लिए एप यूजर्स से संपर्क कर इसकी सत्यता का पता लगाया जायेगा़
साथ ही पुलिस-प्रशासन व मीडिया के उच्चपदस्थ लोगों से भी इसकी प्रमाणिकता का पता लगाया जायेगा़ इसमें यूजर्स के इनपुट को 10 और पुलिस-प्रशासन व मीडिया से प्राप्त सूचना को 90 ग्रेड दिये जायेंगे. डिजिटल ब्लड बैंक एप से लाेगों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया जायेगा और रक्तदान से प्राप्त रक्त किस ब्लड बैंक में गया है, इसकी ट्रैकिंग भी संभव होगा.