चारा घोटाले से जुड़े तीन मामलों में हाजिर हुए लालू प्रसाद यादव, मिलने पहुंचे कई नेता
संवाददाता, रांची बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद गुरुवार को चारा घोटाला से जुड़े तीन मामलों में सीबीआइ के तीन अलग-अलग कोर्ट में हाजिर हुए. लालू दिन के 10:36 बजे कोर्ट पहुंचे. सबसे पहले वह सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पहुंचे. यहां देवघर कोषागार से जुड़े 89.24 लाख रुपये की अवैध […]
संवाददाता, रांची
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद गुरुवार को चारा घोटाला से जुड़े तीन मामलों में सीबीआइ के तीन अलग-अलग कोर्ट में हाजिर हुए. लालू दिन के 10:36 बजे कोर्ट पहुंचे. सबसे पहले वह सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पहुंचे. यहां देवघर कोषागार से जुड़े 89.24 लाख रुपये की अवैध निकासी मामला (कांड संख्या आरसी 64ए/96) की सुनवाई चल रही है.
इस मामले में लालू की ओर से सांसद जयप्रकाश नारायण यादव और बिहार विधानसभा के अंडर सेक्रेटरी मो जैनुल ने गवाही दी. सांसद जयप्रकाश ने अपनी गवाही में राज्यपाल की शक्तियां और निर्णय के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल बिना कैबिनेट के अनुमोदन के लालू प्रसाद के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति दी थी, जबकि वह ऐसा नहीं कर सकते हैं. सीबीआइ की ओर से कहा गया कि राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है अौर वह (राज्यपाल) अपने विधिक सलाहकारों की मदद से निर्णय ले सकते हैं.
मो जैनुल ने बिहार विधानसभा की कार्यवाही और प्रश्नों के बारे में जानकारी दी. अभियोजन की ओर से मो जैनुल से पूछा गया कि विभागीय मंत्री व मुख्यमंत्री के ध्यान में विभागीय अनियमितता की बात विधानसभा में उठायी जाती है, तो उन्हें क्या करना चाहिए? गवाही खत्म होने के बाद लालू सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में हाजिर हुए.
यहां उन्होंने आरसी 47ए/96 मामले में उपस्थिति दर्ज करायी. इस मामले में अभियोजन की ओर से गवाही चल रही है. फिर लालू प्रसाद सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हाजिर हुए. यहां पर आरसी 68ए/96 मामले में उनकी ओर से गवाहों की लिस्ट सौंपी गयी.
लालू प्रसाद से मिले सुबोधकांत, हेमंत व बंधु
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व पूर्व विधायक बंधु तिर्की गुरुवार की देर शाम गेस्ट हाउस में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे. इस दौरान काफी देर तक बातचीत हुई. झारखंड की राजनीति पर भी विस्तार से चर्चा हुई. हेमंत सोरेन से इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह उनकी शिष्टाचार भेंट थी. सबसे पहले सुबोधकांत सहाय पहुंचे. इनके साथ कांग्रेस विधायक अमित सिंह व कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनय सिन्हा दीपू भी शामिल थे. इसके बाद हेमंत व बंधु भी आये.
लालू से मिलने के लिए लगा रहा कार्यकर्ताओं का तांता
इन दिनों मोरहाबादी स्थित राजकीय अतिथिशाला नेताओं व कार्यकर्ताओं से पटा पड़ा है. सुबह से ही राजद के नेता व कार्यकर्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की एक झलक पाने को बेताब दिख रहे हैं. दिन भर नेताओं व कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा. गुरुवार को सबसे पहले कोडरमा की पूर्व विधायक सह राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी लालू प्रसाद से पहुंची. थोड़ी देर बाद पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह, मनोज भुइयां, संजय प्रसाद यादव व पूर्व विधायक जनार्दन पासवान भी गेस्ट हाउस पहुंचे. इस दौरान चाय व कॉफी के साथ देश व झारखंड की राजनीति पर चर्चा की गयी.
झारखंड में विधि व्यवस्था चरमरा गयी है : अन्नपूर्णा
अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. राजधानी की स्थिति भी खराब हो गयी है. दिन-दहाड़े छिनतई व लूटपाट हो रही है. महिलाओं को घरों से निकलने में डर लग रहा है. घटना दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है. यहां अपराधी बेलगाम हो गये हैं. प्रशासन भी नींद में है.रघुवर सरकार केवल घोषणाओं की सरकार हो गयी है. अन्नपूर्णा देवी ने बिजली बिल में की गयी बढ़ोतरी का भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि बिजली तो सही से मिलती नहीं है, केवल बिजली बिल में इजाफा हो रहा है. सरकार सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं दे रही है.