कृषि को लाभकारी बनाने के लिए तकनीकी प्रसार जरूरी

रांची. बीएयू के कुलपति डॉ पी कौशल ने कहा है कि कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाने में तकनीकी विकास को प्राथमिकता देनी होगी. विश्वविद्यालय कृषि तकनीकी शोध एवं प्रसार से किसानों की आय वृद्धि के लिए प्रयास कर रहा है. इसके लिए राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय की जरूरत है. कुलपति शुक्रवार को बीएयू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 7:14 AM
रांची. बीएयू के कुलपति डॉ पी कौशल ने कहा है कि कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाने में तकनीकी विकास को प्राथमिकता देनी होगी. विश्वविद्यालय कृषि तकनीकी शोध एवं प्रसार से किसानों की आय वृद्धि के लिए प्रयास कर रहा है. इसके लिए राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय की जरूरत है.

कुलपति शुक्रवार को बीएयू की 30वीं प्रसार शिक्षा परिषद की बैठक में बोल रहे थे. संस्थान के निदेशक (प्रसार शिक्षा) डॉ जगरनाथ उरांव ने बताया कि फारमर्स फर्स्ट प्रोग्राम मेगा परियोजना के तहत 78,966 ग्रामीण युवक-युवतियों एवं 8,316 प्रसार कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया. अपर प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ सोहन राम ने पिछली बैठक का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.

अनुसंधान निदेशक डॉ डीएन सिंह ने किसान की मांग आधारित स्थानीय तकनीकों का प्रसार कार्यक्रमों में आकलन करने पर बल दिया. मौके पर डॉ एमएस यादव, डॉ ए बदूद, डॉ डीके रुसिया, पश्चिम बंगाल पशु विज्ञान मत्स्यिकी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ ए गोस्वामी, आरके मिशन के सचिव स्वामी भवेशानंद ने भी विचार रखे. इसमें करीब 150 लोगों ने भाग लिया.

Next Article

Exit mobile version