एसआइपी के जरिये हर माह 68 करोड़ का निवेश

रांची : रांची समेत पूरे झारखंड के लोगों में एसआइपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के प्रति रुचि बढ़ी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक साल में निवेश का आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. मई 2016 में एसआइपी के माध्यम से झारखंड में 34 करोड़ रुपये का निवेश प्रति माह हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2017 8:17 AM
रांची : रांची समेत पूरे झारखंड के लोगों में एसआइपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के प्रति रुचि बढ़ी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक साल में निवेश का आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. मई 2016 में एसआइपी के माध्यम से झारखंड में 34 करोड़ रुपये का निवेश प्रति माह हो रहा था. वहीं अप्रैल, 2017 में यह बढ़ कर 68 करोड़ रुपये प्रति माह पर पहुंच गया है. जबकि रांची की बात करें, तो यह आंकड़ा 10.16 करोड़ रुपये से बढ़ कर 30 करोड़ रुपये प्रति माह पर पहुंच गया है.
एसआइपी की संख्या भी बढ़ी : पूरे झारखंड में एसअाइपी की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. मई 2016 में रांची में एसआइपी की संख्या 1,02,918 थी. अप्रैल, 2017 में यह बढ़ कर 1,34,456 पर पहुंच गयी है. जबकि झारखंड में एसआइपी की संख्या 2,80,000 से बढ़ कर 3,30,000 पहुंच गयी है. विशेषज्ञों का कहना है कि एसआइपी के प्रति बढ़ते रुझान का ही नतीजा है कि निवेश तेजी से बढ़ रहा है.
म्यूचुअल फंड के जरिये करें निवेश : बाजार विशेषज्ञ ललित त्रिपाठी कहते हैं कि अगर बाजार में निवेश करना चाहते हैं और बाजार के जोखिम से भी डरते हैं, तो म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश करना अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. म्यूचुअल फंड का पैसा भी बाजार में ही लगता है, लेकिन यह काम आपके लिए मार्केट का एक फंड मैनेजर द्वारा निवेश किया जाता है, जो कि बाजार का जानकार होता है. इसकी वजह से आपको हर दिन बाजार पर नजर रखने की जरूरत नहीं है. इससे आपके पैसों पर जोखिम कम हो जाता है.
यह जरूर ध्यान रखें
1.शेयर बाजार में गिरावट पर एसआइपी को बंद न करें 2. लंबी अवधि के लिए एसआइपी में बने रहने पर फायदा है 3. आमदनी बढ़ने पर निवेश की राशि बढ़ायें
क्या है एसआइपी : एसआइपी का मतलब सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान होता है. इसमें निवेशक नियमित रूप से एक निश्चित राशि जमा करता है.

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