22 राज्यों की पुलिस परेशान, एक हजार से ज्यादा युवाओं का गिरोह पर अब साइबर थाना लगायेगा लगाम

जामताड़ा: साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब इस इलाके में एक साइबर थाने की शुरुआत की जा रही है. जुलाई माह के अंत तक थाना काम करने लगेगा.हर माह वहां धर-पकड़ के लिए विभिन्न राज्यों की पुलिस दबिश देती रहती है. वहीं उन्होंने पुलिस लाइन पर चर्चा करते हुए कहा कि गत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2017 8:25 AM

जामताड़ा: साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब इस इलाके में एक साइबर थाने की शुरुआत की जा रही है. जुलाई माह के अंत तक थाना काम करने लगेगा.हर माह वहां धर-पकड़ के लिए विभिन्न राज्यों की पुलिस दबिश देती रहती है. वहीं उन्होंने पुलिस लाइन पर चर्चा करते हुए कहा कि गत दिनों रांची में हुई बैठक में भी जामताड़ा पुलिस लाइन निर्माण को लेकर चर्चा की गयी थी.

साइबर क्राइम की बढती घटना ने इस पूरे इलाके को एक अलग पहचान दे दी है. देशभर के कई राज्यों से पुलिस यहां पहुंच चुकी है. इस जिले में लोगों की शिक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी नहीं है लेकिन साइबर क्राइम के मामले में देशभर के कई राज्य परेशान है . लगभग 22 राज्‍यों की पुलिस जामताड़ा के साइबर अपराधियों से परेशान है. आये दिन यहां के साइबर आपराधी कोई ना कोई घटना होती रहती है. इलाके के गांवों के किशोर व युवा धड़ाधड़ साइबर अपराध के दलदल में धंसते चले जा रहे हैं. कई घटनाओं में परिवार वालों का भी पूरा सहयोग होता है. कम वक्त में ज्यादा पैसे कमाने की लालच युवाओं को आकर्षित कर रही है.

इस इलाके से हाल के समय में की गयी साइबर ठगी का पुलिस रिकॉर्ड इस बात को प्रमाणित करता है. इन दोनों थाना क्षेत्रों में साइबर क्राइम की पड़ताल के लिए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान-निकोबार, ओड़िशा, जम्मू कश्मीर समेत देश के अधिकांश राज्यों की पुलिस पहुंच चुकी है. हर दिन किसी न किसी राज्य व जिले की पुलिस यहां साइबर आरोपियों की खोज में आती है. यहां से करीब 50 से अधिक साइबर आरोपी को विभिन्न प्रांतों की पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ ले जा चुकी है.

अब तक 350 आराेपी जा चुके हैं जेल : जून 2015 से लगातार करमाटांड़ व नारायणपुर पुलिस की छापेमारी जारी है. अन्य राज्यों की पुलिस अब तक 50 से अधिक साइबर ठगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी अन्य जिलों की पुलिस द्वारा करीब 100 से अधिक साइबर ठगी के आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

तीन मिनट की बातचीत और अकाउंट से पैसा गायब

करमाटांड़ क्षेत्र के दो युवाओं ने दिल्ली में ट्रेनिंग ली, किंतु अब इलाके के अधिकांश युवाओं ने इसमें महारत हासिल कर ली है. इस धंधे में अब तो ग्रामीण इलाकों की लड़कियां भी संलिप्त हो रही है. समय के हिसाब से साइबर आरोपित खुद को अपडेट कर अपराध के तरीके भी बदल रहे हैं. पहले तो बैंक अधिकारी बनकर एटीएम नंबर व पिन मांगकर ठगी की जाती थी, किंतु अब साइबर आरोपित ग्राहकों को बैंक अकाउंट से अाधार लिंक कराने की बात कहते हैं. झांसा देकर आधार नंबर व ओटीपी की जानकारी लेने के बाद उसका अकाउंट ही साफ कर देते हैं.

इसके बाद दूसरे स्तर पर गिरोह के सदस्य पैसे ट्रांसफर कर देते हैं. वहीं तीसरे स्तर पर सदस्य पैसे की निकासी व ऑनलाइन खरीदारी करते हैं. साइबर क्राइम से जुड़े युवा-किशोर अधिक पढ़े-लिखे भी नहीं हैं, किंतु फर्राटेदार अंगरेजी व खड़ी हिंदी बोल लेते हैं, ताकि सामनेवाला प्रभावित होकर उनके चंगुल में फंस जाये. बैंक अधिकारी बन लोगों से कॉल सेंटर की तरह एक मोबाइल से बात करता है और दूसरा एंड्रायड मोबाइल व लैपटॉप-टैब के जरिये काम आगे बढ़ाता है.

कहां-कहां से चलता है धंधा

कालाझरिया, झिलुवा, कांसीटांड़, सियांटांड़, शीतलपुर, मोहनपुर, सिकरपुसनी सहित दर्जनों गांव. अब देवघर जिले का करौं, आसनबनी, चितरा घोरमारा, गिरिडीह जिले का बेंगाबाद, गांडेय, धनबाद जिले का निरसा, गोविंदपुर व टुंडी में फैल रहा है.

1000 युवाओं का सिंडिकेट

करमाटांड़ थाना क्षेत्र में कुल 150 गांव हैं. पुलिस के आंकड़ों की मानें तो 100 गांवों के युवा साइबर अपराध से जुड़ गये हैं. इस काम में 12 से 25 साल के करीब 80 प्रतिशत युवा जुड़े हुए हैं. 1000 से अधिक युवाओं का सिंडिकेट भी चल रहा है. किसी भी व्यक्ति से एटीएम नंबर व पिन जानने के बाद उनके खाते से रुपये उड़ाने में इन्हें महज तीन मिनट का ही समय लगता है. इन्हें परिजनों का समर्थन भी प्राप्त है

केंद्रीय मंत्री व सिने स्टार को भी लगा चुके हैं चूना

एक केंद्रीय मंत्री से साइबर ठगों ने करीब 1.80 लाख रुपये ठग लिये. जांच करने आये पार्लियामेंट स्ट्रीट नयी दिल्ली थाने के इंस्पेक्टर राजेश ने करमाटांड़ से दो आरोपियों को पकड़ा था. केरल के सांसद से की गयी 1.60 लाख की ठगी. मामला संसद भवन दिल्ली थाने में दर्ज कराया गया था. उस कांड में भी यहां से धनंजय व पप्पू मंडल की गिरफ्तारी हुई थी. एक बड़े चर्चित सिने स्टार से दो लाख रुपये की ठगी की गयी थी.

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