अब झारखंड के कई इलाकों में पैर पसार रहा है साइबर क्राइम, पढ़िये क्यों होती है हैकिंग
रांची :झारखंड में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही है. झारखंड में जामताड़ा साइबर क्राइम के लिए अपनी अलग पहचान बना चुका है. अब राज्य के अलग- अलग जिलों में भी ऐसी घटनाएं सामने आने लगी है. राजधानी रांची में झारखंड और कर्नाटक पुलिस ने साझा ऑपरेशन के तहत 21 साइबर अपराधियों को दबोचा. […]
रांची :झारखंड में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही है. झारखंड में जामताड़ा साइबर क्राइम के लिए अपनी अलग पहचान बना चुका है. अब राज्य के अलग- अलग जिलों में भी ऐसी घटनाएं सामने आने लगी है. राजधानी रांची में झारखंड और कर्नाटक पुलिस ने साझा ऑपरेशन के तहत 21 साइबर अपराधियों को दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों में 20 कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश व तेलंगना के हैं.
एक बिहार के गोपालगंज जिले का रहनेवाला है. पुलिस ने लैपटॉप, फरजी नियुक्ति पत्र, कई एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान बरामद हुए. इन अपराधियों की गिरफ्तारी संकेत है कि कैसे झारखंड में साइबर क्राइम का खतरा बढ़ता जा रहा है. इनके अपराध का तरीका जामताड़ा के साइबर अपराधियों से मिलता है. बैंक अधिकार बन एटीएम कार्ड का पिन नंबर पूछते थे, फिर हैक कर पैसे निकाल लेते थे.
पूरे देश में साइबर क्राइम को लेकर एक गहरी चिंता है. झारखंड को इस पर और् गंभीर होने की जरूरत है. जिस तरह से राज्य में साइबर क्राइम की घटनाएं हो रही है उस पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है. झारखंड में न सिर्फ साइबर क्राइम पर चिंता करने की जरूरत है बल्कि साइबर खतरे को भी समझना होगा. ध्यान होगा कि पिछले दिनों मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट हैक हो गयी थी. कई सरकारी वेबसाइट भी पहले हैक हो चुके हैं. सरकार की वेबसाइट पर कई अहम जनाकारियां हैं जिसका इस्तेमाल करके बड़े साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है. साइबर एक्सपर्ट अभिषेक सोनी ने प्रभात खबर डॉट कॉम से फोन पर बातचीत के दौरान बाताया कि झारखंड में साइबर क्राइम इसलिए बढ़ रहा है कि हमारे सेक्योरिटी फीचर मजबूत नहीं है. ज्यादातर साइबर हमले इसलिए होते हैं क्योंकि बैंक डिटेल निकाला जा सके.
जामताड़ा में बढती घटना ने इस पूरे इलाके को एक अलग पहचान दे दी है. देशभर के कई राज्यों से पुलिस यहां पहुंच चुकी है. इस जिले में लोगों की शिक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी नहीं है लेकिन साइबर क्राइम के मामले में देशभर के कई राज्य परेशान है . लगभग 22 राज्यों की पुलिस जामताड़ा के साइबर अपराधियों से परेशान है. आये दिन यहां के साइबर आपराधी कोई ना कोई घटना होती रहती है. इलाके के गांवों के किशोर व युवा धड़ाधड़ साइबर अपराध के दलदल में धंसते चले जा रहे हैं. कई घटनाओं में परिवार वालों का भी पूरा सहयोग होता है. कम वक्त में ज्यादा पैसे कमाने की लालच युवाओं को आकर्षित कर रही है.