घोषणा: ओरमांझी में बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास, राज्य के 575 सरना व मसना स्थल का होगा सौंदर्यीकरण
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को ओरमांझी प्रखंड की टुंडाहुली पंचायत स्थित बाघिनबंडा सरना स्थल की घेराबंदी का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लोग संस्कृति, परंपरा व भाषा की रक्षा करते आये हैं, लेकिन उनका संरक्षण नहीं हो पा रहा है. अब तक किसी सरकार ने आदिवासियों के धार्मिक स्थल […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को ओरमांझी प्रखंड की टुंडाहुली पंचायत स्थित बाघिनबंडा सरना स्थल की घेराबंदी का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लोग संस्कृति, परंपरा व भाषा की रक्षा करते आये हैं, लेकिन उनका संरक्षण नहीं हो पा रहा है. अब तक किसी सरकार ने आदिवासियों के धार्मिक स्थल की सुध नहीं ली. हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के सभी 575 सरना व मसना स्थल की घेराबंदी कर उसका सौंदर्यीकरण किया जायेगा. इसकी शुरुआत रांची से की गयी है. रांची में 29 स्थलों की घेराबंदी की जायेगी. मुख्यमंत्री ने मौके पर पाहन व ग्राम प्रधान को सम्मानित भी किया.
मानकी, मुंडा, पाहन व पुरोहितों की प्रोत्साहन राशि बढ़ायी है सीएम ने कहा : संस्कृति की रक्षा में मानकी, मुंडा, पाहन व पुरोहितों का सक्रिय योगदान रहा है. सरकार ने उनकी भी प्रोत्साहन राशि बढ़ा दी है. वे गांव में समरसता बनाये रखने के लिए जाने जाते हैं. गांव से गरीबी को समाप्त करने में योगदान दें. गांव समृद्धशाली होगा, तभी राज्य विकसित होगा.
गरीबी समाप्त करना लक्ष्य : मुख्यमंत्री ने कहा : 15 अगस्त के बाद से हर गांव में 15-15 गरीब महिलाओं का समूह (सखी उद्यमी मंडल) बनाया जायेगा. इन महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जायेगा. इससे ये गरीबी रेखा से ऊपर आ सकेंगी. हमारा लक्ष्य गांव से गरीबी को समाप्त करना है. इसके लिए 1200 पंचायतों से 100-100 युवाओं को स्किल्ड किया जायेगा. इन पंचायतों को गरीबी रेखा से बाहर करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. उन्होंने बताया कि जोहार योजना की शुरुआत की जा रही है. इसमें गांव की जनजातीय महिलाओं को चार लाख रुपये की लागत से मुर्गी पालन में सहायता की जायेगी. अंडों को पास के स्कूल में बेच कर महिलाएं चार-पांच हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकेंगी.
शिक्षित समाज ही गरीबी से लड़ सकता है : सीएम ने कहा, सरकार भ्रष्टाचार और बिचौलियों को दूर करने के लिए सरकार सारी सुविधाएं ऑनलाइन कर रही है. गांव के युवाओं को भी कंप्यूटर का बेसिक कोर्स कराया जा रहा है, ताकि वे इनका लाभ उठा सकें. स्कूलों में ड्रॉप आउट न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में छात्रावास खोले जा रहे हैं. शिक्षित समाज ही गरीबी से लड़ सकता है.
ये भी थे मौजूद : कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, कल्याण मंत्री लुइस मरांडी, खिजरी विधायक रामकुमार पाहन, हटिया विधायक नवीन जायसवाल व कल्याण विभाग की सचिव हिमानी पांडेय ने भी संबोधित किया. मौके पर रांची के प्रमंडलीय आयुक्त दिनेश चंद्र मिश्रा, डीसी मनोज कुमार, ओरमांझी के प्रमुख जय गोविंद साहू, टुंडाहुली की मुखिया प्रतिमा देवी समेत कई लोग उपस्थित थे.
शेष जिलों में घेराबंदी का शिलान्यास पांच तक
रांची जिले को छोड़ शेष जिलों में सरना, मसना, जाहेर स्थान व हड़गड़ी स्थलों की घेराबंदी का शिलान्यास अब पांच अगस्त तक किया जायेगा. जिला कल्याण पदाधिकारी व जिला प्रशासन अपने स्तर से कार्यक्रम आयोजित करेंगे. स्थानीय सांसद व विधायक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. राज्य भर में घेराबंदी पर कुल 76 करोड़ रुपये खर्च होंगे.