नगर विकास विभाग ने कर ली है तैयारी, सरकार के हजारवें दिन पर होगा रांची स्मार्ट सिटी का शिलान्यास
रांची: नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह कहते हैं कि तैयारी पूरी हो चुकी है. सरकार जब कहेगी तब शिलान्यास किया जा सकता है. इसके अलग-अलग भवनों की निविदा भी जारी कर दी गयी है. कई निविदा फाइनल स्टेज पर हैं. एचइसी से भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया भी अंतिम चरणों में है. […]
रांची: नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह कहते हैं कि तैयारी पूरी हो चुकी है. सरकार जब कहेगी तब शिलान्यास किया जा सकता है. इसके अलग-अलग भवनों की निविदा भी जारी कर दी गयी है. कई निविदा फाइनल स्टेज पर हैं. एचइसी से भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया भी अंतिम चरणों में है.
गौरतलब है कि एचइसी 656.43 एकड़ में बन रहे रांची स्मार्ट सिटी का लेआउट प्लान नगर विकास विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है. इस प्लान पर जनता से सुझाव मांगा गया है. दूसरी ओर सरकार को भी प्लान भेज दिया गया है. यह एक नॉलेज हब भी होगा जहां फॉर्मल और नन फॉर्मल सेक्टर के बेहतरीन शैक्षणिक संस्थान भी होंगे, ताकि नॉलेज बेस्ड इंडस्ट्रीज का विकास हो सके. यहां एक सुव्यवस्थित ट्रैफिक व ट्रांसपोटेशन सिस्टम अाइटी बेस्ड होगा.
सिवरेज व सैनिटेशन सिस्टम
सात एमएलडी के क्षमता वाला एसटीपी का निर्माण किया जायेगा, जिसमें गारबेज का जीरो डिस्पोजल किया जायेगा. मतलब यहां से निकलने वाले गारबेज का भी उपयोग कर लिया जायेगा. मोबाइल एप के माध्यम से यहां किसी भी प्रकार के कार्यक्रम होने पर बायो टॉयलेट उपलब्ध कराये जायेंगे.
स्मार्ट सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट
पूरे क्षेत्र में एकत्र होने वाले कूड़े को रिसाइकिल किया जायेगा. कूड़ा उठाने वाले हर रिक्शे को जीपीएस से जोड़ा जायेगा. इसके अलावा हर डस्टबिन में सेंसर लगा होगा. जिससे कूड़े का उठाव नहीं होने पर पता चल जायेगा कि आज कूड़े का उठाव नहीं हुआ है.
इलेक्ट्रिसिटी
इस जाेन की सारी लाइटें सोलर इनर्जी से जलेंगी. इसके अलावा बिजली का सारा काम यहां अंडरग्राउंड केबलिंग के माध्यम से किया जायेगा. हर घर में स्मार्ट मीटर लगाया जायेगा. इसके अलावा सारे स्ट्रीट लाइट सोलर एनर्जी से जलेंगी. यहां 24 घंटे सातों दिन बिजली की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
ड्रेनेज सिस्टम
पूरे क्षेत्र में पानी को एकत्र करने के लिए दो तालाब-रिजर्वायर का निर्माण किया जायेगा. दोनों तालाब में अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम से पानी पहुंचेगा. ये तालाब आइओटी टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए रहेंगे. अगर एक तालाब में पानी का स्तर बढ़ा तो सेंसर बतायेगा कि तालाब का पानी ओवरफ्लो करने वाला है. फिर उस पानी को दूसरे तालाब में शिफ्ट किया जायेगा.
ट्रांसपोर्ट एंड सर्कुलेशन
ट्रैफिक कंट्रोल एंड मैनेजमेंट सेंटर का निर्माण का निर्माण जिसमें इस एरिया के अंदर के वाहनों के मूवमेंट का पता चल जायेगा. पूरी सड़काें पर जगह जगह सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे. ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से वाहन संचालित होंगे. पूरे परिसर में पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम से वाहन पार्क होंगे. मामूली रेंट पर अंदर घूमने के लिए बाइक दी जायेगी.
आइटी नेटवर्क व कनेक्टिविटी
पूरे स्मार्ट जोन में आॅप्टिक फाइबर बिछाये जायेंगे. इसके अलावा जगह जगह वाइ-फाइ होट स्पॉट बनाया जायेगा. जहां से लोग वाइफाइ का मजा उठा सकेंगे. इसके अलावा यहां एक सेंट्रल कंट्रोल रूम का निर्माण किया जायेगा. जहां से पूरे क्षेत्र पर आइटी सिस्टम के माध्यम से निगरानी रखी जायेगी. शतप्रतिशत घरों व कार्यालयों में हाइस्पीड इंटरनेट की सुविधा होगी.
किस रूप में होगा 656 एकड़ भूमि का इस्तेमाल
भूमि का इस्तेमाल एकड़ प्रतिशत
संस्थान 134.06 20
आवासीय 86.51 13
कॉमर्शियल 67.07 10
पब्लिक/सेमी पब्लिक 54.60 8
मिक्स यूज कंपोनेंट 69.14 11
ओपेन स्पेस व सर्कुलेशन
(ग्रीन/रोड/ओपन एरिया) 245.05 38
कुल एरिया 656.43 100
स्मार्ट सिटी में वाटर सप्लाई की व्यवस्था
रेन वाटर हार्वेस्टिंग व ड्यूअल वाटर पाइपलाइन के साथ यहां जलापूर्ति की जायेगी. जिसमें रिसाइकिल किये गये हुए पानी को भी यूज किया जायेगा. इसके अलावा आइओटी टेक्नोलॉजी के माध्यम से वाटर सप्लाई किया जायेगा. जिसमें अगर कहीं पाइपलाइन में खराबी पायी गयी तो यह अलर्ट जारी करेगा.
नये कैंपस का शिलान्यास 22 सितंबर को
रांची विश्वविद्यालय के नये कैंपस का शिलान्यास 22 सितंबर होगा. इसका डीपीआर तैयार कर लिया गया है. राज्य सरकार के एक हजार दिन पूरा होने के उपलक्ष्य में इसका शिलान्यास किया जायेगा. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सह कौशल विकास विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.