रांची: कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने कहा है कि वह सरकार के काम पर टीका टिप्पणी नहीं करना चाहते़, क्योंकि यह उनकी भी सरकार है़ यदि न्याय होगा तो ठीक है अौर अन्याय होगा, तो गलत़ जो हम पर जबरन या लोभ-लालच से धर्मांतरण का आरोप लगाते हैं, वे अपनी गलती महसूस करेंगे़ हमें झूठे आरोपों पर प्रतिक्रिया क्यों देनी चाहिए?
वे धर्मांतरण निषेध बिल व चर्च द्वारा जबरन धर्मांतरण कराने के आरोपों पर बोल रहे थे़ उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अंत:करण की आजादी है़ देश में भी हर व्यक्ति की धार्मिक स्वतंत्रता है़ ईश्वर ने मनुष्य को स्वतंत्र इच्छाशक्ति व बुद्धि दी है़ हमारे शिक्षण संस्थानों में ज्यादातर गैर मसीही विद्यार्थी पढ़ते हैं, क्या उनका धर्मांतरण किया गया या किया जाता है? यह सवाल उनसे नहीं, बल्कि उनसे पूछना चाहिए, जो नियम बना रहे है़ं मैंने अब तक कभी भी किसी को जबरन ईसाई बनाया गया हो, यह नहीं सुना है.
धर्म स्वतंत्रता विधेयक पास होने पर एसटी मोरचा ने मनाया जश्न
रांची. भाजपा अनुसूचित जनजाति मोरचा ने झारखंड धर्म स्वतंत्रता विधेयक के कैबिनेट से पास होने पर बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय के सामने जश्न मनाया. कार्यकर्ताअों ने ढोल, मांदर, नगाड़ा बजा कर और एक-दूसरे को मिठाई खिला कर अपनी खुशी का इजहार किया. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि झारखंड राज्य के आदिवासियों की वर्षों से मांग थी कि धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सरकार पहल करे, परंतु किसी भी सरकार ने इसकी सुध नहीं ली. रघुवर सरकार ने इस विधेयक को कैबिनेट से पास करा कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि धर्मांतरित आदिवासियों के दोहरे लाभ पर भी सरकार को विचार करना चाहिए. मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष राम कुमार पाहन ने कहा कि जनजाति समाज की भावना का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए विधेयक लाया है. यह स्वागत योग्य कदम है.