हटिया रेलवे स्टेशन पर अनारक्षित टिकटों में गड़बड़ी, बोर्ड ने डीआरएम से मांगा साल भर की टिकट ब्रिकी का हिसाब
रांची: हटिया रेलवे स्टेशन के बुकिंग काउंटर पर यूटीएस (अनरिजर्व टिकट सिस्टम/अनारक्षित टिकट प्रणाली) की एनआइ (नन इश्यूयिंग) में करोड़ों रुपये के फरजीवाड़े का खुलासा होने के बाद रेलवे बोर्ड ने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके तहत बोर्ड ने रांची रेल मंडल के डीआरएम से मंडल के सभी स्टेशनों की टिकट बिक्री से […]
रांची: हटिया रेलवे स्टेशन के बुकिंग काउंटर पर यूटीएस (अनरिजर्व टिकट सिस्टम/अनारक्षित टिकट प्रणाली) की एनआइ (नन इश्यूयिंग) में करोड़ों रुपये के फरजीवाड़े का खुलासा होने के बाद रेलवे बोर्ड ने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके तहत बोर्ड ने रांची रेल मंडल के डीआरएम से मंडल के सभी स्टेशनों की टिकट बिक्री से जुड़ा एक साल का लेखा-जोखा मांगा है. डीआरएम की ओर से बीते छह महीनों का लेखा-जोखा उपलब्ध करा दिया गया है. जबकि शेष छह महीनों लेखा-जोखा भी जल्द ही उपलब्ध करा दिया जायेगा.
इधर, गुरुवार को हटिया और रांची रेलवे स्टेशन स्थित अनारक्षित टिकट काउंटर पर दो टीमों ने जांच की. हटिया रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर की जांच दिल्ली से आयी रेलवे एंटी फ्रॉड विंग और रेलवे विजिलेंस की टीम ने की. जांच के बाद दिल्ली की टीम अपने साथ कई कागजात लेकर लौट गयी है. वहीं रांची रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर की जांच रेलवे के स्थानीय अधिकारियों की टीम ने की. इधर, एडीआरएम विजय कुमार का कहना है कि यह घोटाला अनारक्षित टिकटों में ही हुआ है. आरक्षित टिकटों में इस तरह का घोटाला संभव नहीं है. रेलवे का सिस्टम ऐसा बना हुआ है कि कोई भी इसमें फर्जीवाड़ा कर बचकर निकल नहीं सकता है.
बुकिंग काउंटर के लिए जारी किये सख्त निर्देश
घोटाले का खुलासा होने के बाद मंडल रेल कार्यालय की ओर से सभी टिकट बुकिंग काउटंरों के लिए कड़े निर्देश जारी किये गये हैं. सभी टिकट काउंटरों पर लॉकिंग डिवाइस लगाने का निर्देश जारी किया गया है. इसकी चाबी सुपरवाइजर को दी जायेगी अौर इसकी निगरानी वाणिज्य विभाग करेगा. अधिकारियों का मानना है कि लॉकिंग डिवासी लगने के बाद हेराफेरी की संभावना कम होगी. जिस काउंटर से पांच से अधिक टिकटों का एनआइ होगा, उससे पूछताछ की जायेगी. वहीं, बुकिंग क्लर्क के लिए भी निर्देश जारी किया गया है कि वे कम से कम एनआइ करें अौर इसमें पूरी सावधानी बरतें.
संदीप कुमार बनाये गये हटिया के नये सीआइ
हटिया रेलवे स्टेशन में बरखास्त किये गये कर्मचारियों की जगह तत्काल दूसरे कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी है. संदीप कुमार को हटिया का नया सीआइ बनाया गया है. श्री राय को मुख्य बुकिंग सुपरवाइजर का प्रभार दिया गया है.
प्रिंटरों की गुणवत्ता को सुधारने का निर्देश
रेलवे के अधिकारियों ने बुकिंग काउंटर स्थित प्रिंटरों की गुणवत्ता को सुधारने का निर्देश दिया है. इसके तहत खराब मशीन को बदल दिये जायेंगे. वहीं, रिबन आदि को भी तत्काल बदल दिया जायेगा, ताकि टिकटों पर प्रिटिंग सही तरीके से हो सके.
टिकट लेते समय इन बातों का ध्यान रखें
रेलवे टिकट लेते समय टिकट नंबर का मिलान करें, जो टिकट की दाहिनी अोर ऊपर-नीचे लिखा होता है. दोनों नंबरों का मिलान होना जरूरी है. यदि ऐसा नहीं है, तो टिकट न लें. इसे तुरंत वापस कर दें. इसमें किसी तरह कोई परेशानी आ रही हो तो तत्काल रेलवे के अधिकारियों को सूचित करें. यह मिलान आरक्षित टिकट में भी करनी चाहिए.
ऐसे पकड़ में आया मामला
दिल्ली में बैठी रेलवे की विशेष स्क्वायड टीम ने देखा कि हटिया रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर पर सबसे अधिक एनआइ (नन इश्यूयिंग) हो रहा है. संदेह होने पर दिल्ली से आयी टीम ने हटिया स्टेशन स्थित उक्त काउंटर का निरीक्षण किया अौर अपने साथ कुछ कागजात ले गयी. जांच के बाद खुलासा हुआ कि यहां लंबे समय से एनआइ दिखाकर करोड़ों का घपला किया जा चुका है. इसके बाद रेलवे बोर्ड के निदेशक (पैसेंजर व मार्केटिंग) विक्रम सिंह ने दक्षिण-पूर्व रेलवे के जीएम को पत्र जारी करते हुए हटिया स्टेशन के 10 कर्मियों को सस्पेंड कर दिया.
इन्हें किया गया निलंबित : पी मंडल, बी राम, एके झा, विनिता सिन्हा, विनित सिंह , शिल्पी मुखर्जी, लता(सभी बुकिंग क्लर्क ) पीके दीवान चीफ बुकिंग पर्यवेक्षक, मोती लाल (सी आइ), कमलेश कुमार ट्रैफिक इंस्पेक्टर एकाउंटस .
जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि यह घोटाला कब से चल रहा था. जांच के बाद कुछ अौर लोग निलंबित हो सकते हैं. हम रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं.
विजय कुमार गुप्ता, डीआरएम, रांची