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Jharkhand Crime: 213 दिन में झारखंड में 1033 महिलाओं से हुआ बलात्कार, 161 दहेज हत्या और डायन हत्या के 16 मामले!

Jharkhand Crime, Jharkhand News, Crime Against Women in Jharkhand, Babulal Marandi, CM Hemant Soren: झारखंड में वर्ष 2020 के 213 दिन में यानी जनवरी से सितंबर महीने के बीच 1,033 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं. डायन हत्या के 16 मामले सामने आये हैं, तो 161 दहेज हत्या के केस दर्ज हुए हैं. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के इन आंकड़ों के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2020 5:04 PM
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रांची : झारखंड में वर्ष 2020 के 213 दिन में यानी जनवरी से सितंबर महीने के बीच 1,033 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं. डायन हत्या के 16 मामले सामने आये हैं, तो 161 दहेज हत्या के केस दर्ज हुए हैं. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के इन आंकड़ों के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश एवं भाजपा के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन से राज्य में अपराध के बढ़ते ग्राफ के लिए माफी मांगने के लिए कहा है. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राज्य में कानून का इकबाल खत्म हो गया है. अपराधी बेलगाम हैं और राज्य सरकार गहरी निद्रा में लीन है.

राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और गिरिडीह मामले को लेकर झारखंड हाइकोर्ट की तल्ख टिप्पणी को हथियार बनाते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही राज्य की यूपीए (झामुमो-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन) सरकार के कार्यकाल में चोरी, डकैती, अपराध, हत्या, उग्रवाद व दुष्कर्म की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं.

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उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार और ट्रांसफर-पोस्टिंग करने में मस्त है. अपराधियों को सरकार की सह मिली हुई है. अपराधी और अपराध दोनों बेकाबू हैं. श्री मरांडी ने गिरिडीह मामले में हाइकोर्ट के तल्ख टिप्पणी पर कहा कि मामले में भाजपा ने जांच की मांग की, तो राज्य सरकार ने उसे दरकिनार कर दिया. अब हाइकोर्ट ने जब तल्ख टिप्पणी की है, तो सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं.

उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन आरोपियों को बचाने में लगी हुई है. उन्होंने मांग की कि दोषी थानेदार, डीएसपी को निलंबित करते हुए एक समय सीमा तय करके मामले की एसआइटी से जांच करायी जाये. भाजपा नेता ने मांग की कि पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी मिले. सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे.

ज्ञात हो कि 30 मार्च, 2020 को गिरिडीह के राजधनवार थाना क्षेत्र में 15 साल की नाबालिग से दुष्कर्म करने के बाद उसे जिंदा जला दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने न तो आरोपियों को गिरफ्तार किया, न ही समय पर कोई जांच की. यह दुर्भाग्यजनक है. यह महिला सुरक्षा पर राज्य सरकार की कार्यशैली को दर्शाता है.

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राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन जवाब दें : दीपक प्रकाश

भजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि राज्य की कानून-व्यवस्था लचर हो गयी है. जनवरी से जुलाई तक सात महीने में 161 दहेज हत्या, 16 डायन हत्या के मामले सामने आये. हर दिन औसतन 5 दुष्कर्म की घटना हुई. बढ़ते अपराध व उग्रवाद पर राज्य के मुखिया को जनता को जवाब देना चाहिए. राज्य सरकार को सार्वजनिक रूप से इन घटनाओं के लिए माफी मांगनी चाहिए.

साथ ही उन्होंने कहा कि एक नाबालिग को जिंदा जला देने के मामले में पुलिस की जांच संदेह के घेरे में है. राज्य सरकार की कार्यशैली, नीति और नीयत खराब है. राज्य में महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है. यही कांग्रेस-झामुमो घटिया राजनीति के तहत उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले को तूल देने में लगी है.

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श्री प्रकाश ने हाथरस मामले में कार्रवाई करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की. कहा कि योगी ने मामले की सीबीआइ जांच की अनुशंसा कर दी, जबकि झारखंड में महिलाओं की स्थिति को लेकर झारखंड हाइकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ रहा है. यह दुर्भाग्यजनक है.

Posted By : Mithilesh Jha

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