रांची : रिम्स के सर्जरी विभाग के डॉ विनोद कुमार की यूनिट में भरती मरीज शशि शेखर पाठक(42 वर्ष) ने अपने बगल के बेड पर भरती युगल महतो(52 वर्ष) को चाकू मार दिया. चाकू पेट में लगा है. चाकू मारने के बाद उस वार्ड में भरती मरीज के परिजनों ने शशि शेखर को पकड़ लिया. डॉक्टर और नर्स को सूचना दी गयी. डॉक्टर ने तुरंत जख्मी युगल महतो की ड्रेसिंग की.
युगल महतो, देवघर के सरया थाना क्षेत्र के जिया खड़ा का निवासी है और रिम्स में हाइड्रोसील का आॅपरेशन कराने के लिए भरती हुआ था. जबकि शशि शेखर पाठक, मांडर के सोसइ आश्रम का निवासी है. उसे पैर में जख्म के बाद डायबिटिज के इलाज के लिए भरती कराया गया था. घटना गुरुवार शाम छह बजे की है. सूचना मिलते ही बरियातू पुलिस पहुंची और युगल महतो के बयान पर शशि शेखर पाठक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.
बेड पर ठीक से सोने को कहा, तो कर दिया हमला: युगल महतो ने पुलिस को बताया कि वह 31 जुलाई को रिम्स में भरती हुआ था. गुरुवार शाम उनकी पत्नी अंजु देवी उसके पैर में तेल मालिश कर रही थी. उसी समय बगल में भरती शशि शेखर पाठक अपने बेड से गिर गया. उसका बेटा अभिषेक उसे उठा कर बेड पर बैठा रहा था. हमलोगों ने उसे ठीक से सोने की बात कही. इसी बात पर वह मेडिसिन टेबल पर रखा चाकू उठा कर शशि शेखर ने मुझ पर वार कर दिया. चाकू मेरे पेट में लगा. वह और वार करना चाह रहा था, लेकिन वार्ड के अन्य मरीज के परिजनों ने उसे पकड़ लिया. उसके बाद कई जूनियर डॉक्टर वहां पहुंचे. शशि शेखर का दोनों हाथ बेड में बांध दिये गये हैं. वह अनाप-सनाप बक रहा है. बताया जाता है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है. एक जूनियर डॉक्टर ने बताया कि यूरिया की मात्रा खून में बढ़ जाने के कारण दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि दिमागी संतुलन बिगड़ने के कारण शशि शेखर पाठक उत्तेजित हो गया होगा और चाकू मार दिया होगा.
छुट्टी मिल गयी थी शशि शेखर पाठक को : 27 जुलाई को भरती शशि शेखर पाठक को गुरुवार को छुट्टी दे दिया गया था. उसके पिता सुदर्शन पाठक बाहर गाड़ी की व्यवस्था करने गये थे, उसी दौरान शशि शेखर ने घटना को अंजाम दे दिया. वह डेढ़ साल पहले वेटनरी डॉक्टर का काम करता था, लेकिन पैर में जख्म होने के बाद काम छोड़ना पड़ा. पुत्र अभिषेक (12 वर्ष) व अतुल कुमार (आठ वर्ष) अपने पिता की रिम्स में देखरेख कर रहे थे.