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शिव सरोज कुमार आत्महत्या मामला: एडीजी सीआइडी ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट, सिटी डीएसपी और थानेदार पर लगा प्रताड़ना का आरोप गलत

रांची: मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह ने धनबाद के युवक शिव सरोज कुमार की आत्महत्या मामले में आरंभिक जांच रिपोर्ट शनिवार को सरकार को सौंप दी है. जांच में सिटी डीएसपी शंभु कुमार सिंह और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी अजय कुमार वर्मा पर युवक को प्रताड़ित करने से संबंधित आरोप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2017 7:48 AM
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रांची: मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह ने धनबाद के युवक शिव सरोज कुमार की आत्महत्या मामले में आरंभिक जांच रिपोर्ट शनिवार को सरकार को सौंप दी है. जांच में सिटी डीएसपी शंभु कुमार सिंह और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी अजय कुमार वर्मा पर युवक को प्रताड़ित करने से संबंधित आरोप गलत पाये गये हैं.

आरंभिक जांच में युवक या उसके पिता सुरेश कुमार को सिटी डीएसपी या थाना प्रभारी द्वारा गाली-गलौज करने की बात सामने नहीं आयी है. एडीजी सीआइडी ने बताया कि घटना से संबंधित एक वीडियो फुटेज प्राप्त हुआ था. जिसमें सिटी डीएसपी और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी युवक के पिता से साधारण तरीके से पूछताछ करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में युवक के पिता भी साधारण तरीके से पुलिस के सवालों का जवाब देते दिखाई पड़ रहे हैं. इसलिए युवक का यह आरोप कि उसके पिता के साथ चुटिया थाने में गाली-गलौज की गयी थी, जिसके कारण वह आहत था, प्रथम दृष्टया गलत है.


सीआइडी एडीजी के बताया कि शिव सरोज कुमार ने आत्महत्या से पहले मेल भेज कर जो आरोप सिटी डीएसपी और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी पर लगाये थे, उसकी भी गहराई से जांच की गयी. जांच में मेल के आधे से अधिक आरोप गलत साबित हुए. सीआइडी एडीजी के अनुसार चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी अजय कुमार वर्मा को मामले में पूर्व में ही घटना के बाद लाइन क्लोज कर दिया गया था. मामले में पुलिस पर कोई आरोप प्रारंभिक जांच में प्रमाणित नहीं हुआ है. इसलिए किसी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा नहीं की गयी है.

उल्लेखनीय है कि दो अगस्त को शिव सरोज कुमार ने पीएमओ से लेकर डीजीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को मेल के जरिये सुसाइड लेटर भेज कर आत्महत्या कर ली थी. उसका शव तीन अगस्त को सेवा सदन अस्पताल के बाहर पार्किंग में एक पेड़ से लुंगी के सहारे लटका हुआ मिला था. मेल में शिव सरोज कुमार ने अपनी आत्महत्या के लिए सिटी डीएसपी और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी को जिम्मेवार ठहराया था. इसके अलावा भी पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाये गये थे. मेल के आधार पर कोतवाली थाना में युवक को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने को लेकर सिटी डीएसपी और चुटिया के तत्कालीन थाना प्रभारी पर केस दर्ज हुआ था. चुटिया थाना में युवक के अपहरण को लेकर पहले से एक अगस्त को केस दर्ज हुआ था. मामले में पुलिस मुख्यालय ने दोनों केस जांच के लिए सीआइडी को ट्रांसफर कर दिया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट मांगी थी.

चुटिया थाना प्रभारी की गिरफ्तारी हो : माले
रांची. माले के झारखंड राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा है कि धनबाद के युवक शिव सरोज की आत्महत्या मामले के आरोपी चुटिया थाना प्रभारी और सिटी डीएसपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. राज्य की जनता, वाम लोकतांत्रितक गठबंधन और विपक्षी इस मामले में गिरफ्तारी चाह रहे हैं. रघुवर सरकार इन लोकतांत्रिक आवाजों को दबा देना चाहती है. युवक के सुसाइड नोट से स्पष्ट है कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है. इसके लिए सीधे तौर पर दोनों अधिकारी जिम्मेदार हैं.

आत्महत्या मामले की सीबीआइ जांच की मांग
रांची. धनबाद के भूली निवासी युवक शिव सरोज कुमार के साथ थाने में अमानवीय व्यवहार करने का रौनियार वैश्य महासभा ने कड़ी निंदा की है. शनिवार को महासभा की बैठक में मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. महासभा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है.
रिम्स मे भरती नक्सली की मौत
रांची. रिम्स में भरती नक्सली सुनील मरांडी (29 वर्ष) का निधन हो गया़ उसने पाकुड़ एसपी के समक्ष 15 जनवरी 2017 सरेंडर किया था़ वह पाकुड़ के अमरापाड़ा थाना क्षेत्र के तालाटोला निवासी स्वर्गीय सोम मरांडी का पुत्र था़ तीन अगस्त को लीवर खराब होने की शिकायत पर उसे पाकुड़ जेल से रिम्स के मेडिसीन वार्ड में भरती कराया गया था़ पांच अगस्त की सुबह उसकी मौत हो गयी़ उसके शव को शीत गृह में रखा गया है़ रविवार को शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा़ इधर, उसके परिजनों को भी सूचना दे दी गयी है़

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