नारायण चौधरी और हरि चौधरी पर प्राथमिकी दर्ज

रांची. रांची के व्यवसायी नारायण चौधरी अौर हरि चौधरी के खिलाफ 1.05 करोड़ रुपये गबन करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है़ अलबर्ट एक्का चौक के समीप स्थित बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक कार्यालय मुख्य प्रबंधक अनिल कुमार ने कोतवाली थाने में 10 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस प्रशासन की तरफ से मामले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2017 10:47 AM
रांची. रांची के व्यवसायी नारायण चौधरी अौर हरि चौधरी के खिलाफ 1.05 करोड़ रुपये गबन करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है़ अलबर्ट एक्का चौक के समीप स्थित बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक कार्यालय मुख्य प्रबंधक अनिल कुमार ने कोतवाली थाने में 10 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस प्रशासन की तरफ से मामले की छानबीन की जा रही है.
दर्ज प्राथमिकी में बैंक की ओर से कहा गया है कि श्रद्धानंद रोड स्थित लक्ष्मी कॉम्प्लेक्स में हरि कलेक्शन के नाम से नारायण चौधरी ने बैंक के साथ बेहतर संबंध स्थापित कर कैश क्रेडिट की सुविधाएं ली और ठगी की. एक षड्यंत्र के तहत 2014-15 में कैश क्रेडिट की सीमा 80 लाख से बढ़वा कर एक करोड़ कराया गया. जाली कागजात के आधार पर हरि फर्नीशिंग का नाम भी बदल कर हरि कलेक्शन कर दिया गया. इन लोगों की तरफ से रेडीमेड गारमेंट्स की बिक्री के नाम पर 25 सितंबर 2013 को 80 लाख रुपये का कर्ज लिया गया था. कर्ज लेनेवाले नारायण चौधरी की तरफ से दिसंबर 2015 तक कारोबार ठीक-ठाक दिखाया गया. 20 नवंबर 2015 को सीसी लिमिट बढ़ाने का आवेदन भी दिया गया. लिमिट बढ़ा कर एक करोड़ कर दिया गया़ इसके बाद अपने सीए और बैंक के कई अधिकारियों पर गबन का आरोप लगाते हुए पांच दिसंबर 2015 से कर्जधारक की ओर से बैंक को स्टॉक का विवरण देना बंद कर दिया गया. 30 मार्च 2016 को कर्जधारक के खाते को एनपीए घोषित कर दिया गया. फरवरी 2016 को बैंक को सूचनी दी गयी कि कारोबार ठप हो गया है.

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