समर्पण की भावना से काम हो तो खत्म हो सकती है बेरोजगारी
बुढ़मू. प्रखंड परिसर स्थित मनरेगा भवन में मनरेगा अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. डीडीसी शशि रंजन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी व पलायन रोकने का मनरेगा सबसे सशक्त माध्यम है. रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, मुखिया, बीपीओ व कनीय अभियंता समर्पण की भावना के साथ क्षेत्र में काम करें […]
बुढ़मू. प्रखंड परिसर स्थित मनरेगा भवन में मनरेगा अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. डीडीसी शशि रंजन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी व पलायन रोकने का मनरेगा सबसे सशक्त माध्यम है. रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, मुखिया, बीपीओ व कनीय अभियंता समर्पण की भावना के साथ क्षेत्र में काम करें तो, पूरे झारखंड से बेरोजगारी की समस्या खत्म हो सकती है.
मनरेगा के माध्यम से चलनेवाली योजनाओं से ग्रामीण स्वरोजगार का भी सृजन कर सकते हैं.
डीडीसी ने कहा कि डोभा, कुआं, बकरी शेड, मुर्गी शेड व अन्य कार्य के पूर्ण होने के बाद ग्रामीण किस प्रकार से इसका लाभ ले सकते हैं, हमें उन्हें इसकी जानकारी देनी होगी, तभी पंचायत का समुचित विकास हो सकता है. शिविर की अध्यक्षता बीडीओ संजीव कुमार ने की. संचालन बीपीओ मो इम्तेयाज ने किया. मौके पर एनइपी के निदेशक श्रीपद गिरी, मांडर, रातू, ओरमांझी, खलारी, कांके व बुढ़मू के बीडीओ, बीपीओ, रोजगार सेवक, पंचायत सेवक एवं एसएफटी सदस्य मौजूद थे.
डीडीसी को पीड़ा बताते हुए रो पड़ी वृद्धा
प्रशिक्षण में शामिल होने आये डीडीसी को अपनी पीड़ा बताते हुए ठाकुरगांव की 74 वर्षीय सरस्वती देवी रो पड़ी. बताया कि उसका राशन कार्ड नहीं है. सात माह से वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है. डीडीसी ने सरस्वती देवी का बैंक पासबुक व आधार कार्ड की छाया प्रति अपने पास रख ली व वृद्धा पेंशन शीघ्र चालू कराने व राशन कार्ड बनवाने का आश्वासन दिया.