जैप वन परिसर में आयोजित झारखंड पुलिस अलंकरण परेड समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, बांग्लादेशी घुसपैठियों को मिल रहा है संरक्षण
रांची: जैप वन परिसर में आयोजित झारखंड पुलिस अलंकरण परेड समारोह में मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : देश में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की चुनौती है. आंतरिक सुरक्षा में झारखंड के नक्सली क्षेत्र में पुलिस ने वीरता दिखाते हुए 50 प्रतिशत नक्सली घटनाओं पर नियंत्रण पाया […]
रांची: जैप वन परिसर में आयोजित झारखंड पुलिस अलंकरण परेड समारोह में मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : देश में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की चुनौती है. आंतरिक सुरक्षा में झारखंड के नक्सली क्षेत्र में पुलिस ने वीरता दिखाते हुए 50 प्रतिशत नक्सली घटनाओं पर नियंत्रण पाया है. इसके लिए पुलिस बधाई की पात्र है. हमारी सरकार पुलिस में नियुक्तियां कर रही है. नक्सलियों का आर्थिक तंत्र ध्वस्त करने के लिए सरकार काम कर रही है. मैंने डीजीपी से भी कहा है कि अवैध तरीके से धन अर्जित करने वाले नक्सलियों पर कठोर कार्रवाई करें.
श्री दास ने कहा कि सहायक पुलिस के पद पर राज्य के नक्सल प्रभावित इलाके में 2500 पदों पर युवक-युवतियों की नियुक्त हुई है. अगले तीन वर्षों में बेहतर काम करनेवाले सहायक पुलिस को पुलिस में स्थायी रूप से बहाल किया जायेगा. उन्होंने कहा, अभी पुलिस विभाग में और 8000 नियुक्तियां होनी हैं. सरकार पुलिस विभाग में मानव संसाधन की कोई कमी नहीं होने देगी. लेकिन, सरकार की कुछ अपेक्षाएं पुलिस से हैं. जनता जब 100 में डॉयल करें, तो पुलिस को वहां तुरंत पहुंचाना चाहिए. यह शिकायत नहीं होनी चाहिए कि फोन करने पर किसी ने रिसीव नहीं किया या घटनास्थल पर कोई नहीं पहुंचा.
थाने में आनेवालों के साथ पुलिसकर्मी विनम्र व्यवहार करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में सुशासन देना चाहती है. जब कोई पिता अपनी बेटी को स्कूल भेजता है, तब उसे यह विश्वास होना चाहिए कि उसकी बेटी सुरक्षित घर लौटेगी. श्री दास ने कहा कि थाना में आनेवाले लोगों के साथ पुलिसकर्मी विनम्रता के साथ व्यवहार करें. साथ ही जन प्रतिनिधियों का भी सम्मान करें और उनकी बात सुनकर विधि पूर्वक कार्रवाई करें. थाना दलाल से दूर रहे. आदिवासी समाज और पुलिस के बीच दूरियां हैं. इसे समाप्त करने के लिए पुलिस मानकी मुंडा के साथ बैठक करें. उनकी समस्याएं सुनें और निदान करें. थाना पहुंचने वाले एक गरीब आदमी के कपड़े देखकर पुलिस उनका सम्मान नहीं करती है. जबकि अमीर आदमी के कपड़े को देखकर पुलिस उन्हें बैठने के लिए कुर्सी देती है. अमीर और गरीब के बीच यह फर्क नहीं होना चाहिए. राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले असामाजिक लोगों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है. पुरानी पीस कमेटी को भंग कर नया पीस कमेटी बनाये की आवश्यकता है. इसमें युवा वर्ग के लोगों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है.
डीजीपी, डीआइजी और एसपी करें थानों का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उग्रवादी घटनाओं में कमी आयी, लेकिन शहरी क्षेत्र में सक्रिय संगठित गिरोह से जुड़े अपराधियों पर नियंत्रण लाने की आवश्यकता है. इसके लिए डीजीपी से लेकर डीआइजी और एसपी थाना जाकर निरीक्षण करें. महिलाओं से हो रही चेन छिनतई की घटना पर पुलिस नियंत्रण लाये. महिलाओं में सुरक्षा का यह विश्वास होना चाहिए कि वे आराम से गहने पहनकर बाहर निकल सकें. ट्रैफिक जाम की बहुत बड़ी समस्या है. इससे निदान पाने के लिए पुलिस को इस पर विचार करने की आवश्यकता है. कोयला क्षेत्र में अवैध तरीके को कोयला की तस्करी न हो. इस पर पुलिस ध्यान रखें. पुलिस अपना काम ईमानदारी से करें. शोषण कर रुपये अर्जित करने वाले पुलिसकर्मियों का भला नहीं होगा. कुछ पुलिस अफसरों के कारण पूरी खाकी वरदी बदनाम होती है. उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
कार्यक्रम में ये थे मौजूद
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, गृह सचिव एसकेजी रहाटे, डीजपी डीके पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार के अलावा कई सीनियर आइपीएस अधिकारी मौजूद थे.
इन सेवाओं का हुआ उदघाटन
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य की सुरक्षा के लिए तैयार ‘डॉयल 100’ सेवा का उदघाटन किया
विभिन्न जिलों में पुलिस सेवा और सुविधा के लिए बने 36 नवनिर्मित भवनों का उदघाटन किया
सीसीटीएनएस के अधीन विभिन्न नागरिक सेवाओं के समाधान के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू
इन्हें मिला नियुक्ति पत्र
नव नियुक्त 2500 सहायक पुलिस में से 24 लोगों को दिया गया नियुक्ति पत्र
आरक्षी के पद पर नियुक्त 4615 लोगों में 35 को भी दिया गया नियुक्ति पत्र
अनुकंपा के आधार पर आरक्षी के पद नियुक्त आठ लोगों को मिला नियुक्ति पत्र
बाल आरक्षी के पद पर नियुक्त तीन लोगों को दिया गया नियुक्त पत्र
इनका हुआ सम्मान
वर्ष 2015-16 के दौरान राष्ट्रपति पदक सहित दूसरे पदकों से सम्मानित शहीद के परिजन और अन्य पुलिसकर्मियों व अधिकारियों समेत कुल 56 लोगों को मुख्यमंत्री ने पदक देकर सम्मानित किया.