श्री कुमार ने कहा कि पंडाल मकान या संस्थान से पर्याप्त दूरी पर रहे. साथ ही पूरे पंडाल के बाहर व अंदर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाये ताकि, असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके. उन्होंने कहा कि पंडाल के निर्माण में आम रास्ता-सड़क का अतिक्रमण न किया जाये.
वहीं, डीसी ने आग्रह किया कि मुहर्रम के जुलूस के रास्ते में आने वाले पूजा के तोरण द्वार ऊपर से खुले होने चाहिए. मुहर्रम का जुलूस दो अक्तूबर को निकलने की संभावना है. एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने निर्देश दिया कि पंडाल में आगजनी न हो इसलिये फायर-इंस्पेक्टर को पूर्व में ही बुलाकर पंडाल में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री एवं रूपरेखा बताकर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त करना बेहतर होगा. जिन पंडालों में अधिक भीड़ होती है, वहां प्रवेश व निकासी द्वार के अलावा दो इमरजेंसी द्वार भी बनाना होगा. बैठक में एसडीओ एके सत्यजीत, एनडीसी राजेश कुमार, नवीन चंचल, अशोक कुमार पुरोहित समेत कई समिति के अध्यक्ष व सदस्य मौजूद थे.