दुर्घटना को आमंत्रण, ऑटो में ठूंसकर बैठाये जा रहे बच्चे
रांची : ऑटो चालकों और अभिभावकों की लापरवाही से किसी भी दिन बड़ी दुर्घटनाएं घट सकती है. ऑटो में सीट की क्षमता से तीन से चार गुना अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है. ऑटो चालक सुरक्षा मानकों का भी पालन नहीं करते हैं. ऑटो में रॉड नहीं लगाया गया है. ऐसा नहीं है कि […]
रांची : ऑटो चालकों और अभिभावकों की लापरवाही से किसी भी दिन बड़ी दुर्घटनाएं घट सकती है. ऑटो में सीट की क्षमता से तीन से चार गुना अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है. ऑटो चालक सुरक्षा मानकों का भी पालन नहीं करते हैं.
ऑटो में रॉड नहीं लगाया गया है. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी अभिभावक, जिला प्रशासन को नहीं है, बावजूद ऑटो चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. ऑटो में चालक के दोनों तरफ बच्चों के बैठाया जाता है. इसकी संख्या छह है. बीच की सीट पर दस बच्चों को व पीछे की सीट में आठ से दस बच्चों को बैठाया जाता है. बच्चों का बैग ऑटो के साइड में वाइपर ब्लेड में व ऑटो के बाहर जहां-तहां टांग दिया जाता है.