ग्रामीणों से सीख लें : बृजकिशोर झवर

रांची: केजीवीके कार्यकर्ता गांव में ज्यादा समय गुजारें. गांव में जब भी जाएं, खुले दिमाग से जाएं. क्योंकि, ग्रामीणों से सीखने लायक बहुत सारी चीजें हैं. उक्त बातें केजीवीके के वाइस प्रेसिडेंट बृजकिशोर झवर ने कही़ श्री झवर शुक्रवार को रूक्का स्थित केजीवीके मुख्यालय में कलस्टर स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2014 9:24 AM

रांची: केजीवीके कार्यकर्ता गांव में ज्यादा समय गुजारें. गांव में जब भी जाएं, खुले दिमाग से जाएं. क्योंकि, ग्रामीणों से सीखने लायक बहुत सारी चीजें हैं. उक्त बातें केजीवीके के वाइस प्रेसिडेंट बृजकिशोर झवर ने कही़ श्री झवर शुक्रवार को रूक्का स्थित केजीवीके मुख्यालय में कलस्टर स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे.

बैठक में श्री झवर ने केजीवीके व झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में संचालित समेकित जलछाजन परियोजना के तहत किये गये कार्यो की भी समीक्षा की. श्री झवर ने गरमी से पूर्व स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए नामकुम, ओरमांझी, सारंडा ,पतरातू, बुंडू, बुढ़मू, पलामू व सरायकेला खरसांवा के केजीवीके कमांड एरिया वाले क्षेत्रों में चापानलों को ठीक कराने का निर्देश दिया. साथ ही गांवों के संपूूर्ण विकास के लिए बनी योजनाओं को सुनियोजित तरीके से ससमय पूरा करने को कहा. बैठक में केजीवीके सचिव अरविंद सहाय, केएल चौधरी, डीएल मिश्र, आरके त्रिपाठी, अशोक यादव, सोमन महतो, डॉ नवीन कुमार, सुरेंद्र सिंह, हाकिम मांझी, विजय एक्का आदि थे.

शालिनी अस्पताल से ग्रामीणों को लाभ : केजीवीके के तत्वावधान में शालिनी मेमोरियल अस्पताल का संचालन अनगड़ा स्थित नारायण सोसो तथा ओरमांझी स्थित रूक्का में किया जा रहा है. बैठक में श्री झवर ने दोनों अस्पतालों के सफल संचालन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि दूर-दराज के ग्रामीणों को इस अस्पताल से सस्ता व गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवा मिल रही है. इससे आम ग्रामीणों का विश्वास केजीवीके के प्रति बढ़ा है.

सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ेगा
श्री झवर ने सौर ऊर्जा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि निकट भविष्य में सौर ऊर्जा एक बेहतर विकल्प बनेगा. ़इसलिये केजीवीके सौर ऊर्जा के उपयोग पर भी काम कर रहा है. ़जिस प्रकार मोबाइल फोन शुरुआती दौर में महंगे थे और अब सस्ते हो गये हैं, उसी प्रकार मौजूदा समय में सौर ऊर्जा के उपकरण महंगे हैं, लेकिन आने वाले समय में यह भी सस्ते व सुलभ हो जायेंगे.

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