पद्मश्री प्रेमलता को मिलेगा तेनजिंग नॉर्गे अवॉर्ड
जमशेदपुर. शहर की पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल को एडवेंचर के क्षेत्र के सबसे बड़े सम्मान तेनजिंग नॉर्गे अवॉर्ड से सम्मानित किया जायेगा. अवॉर्ड के लिए गठित चयन समिति ने इस साल, रोहन मोरे दत्तात्रेय, वेद प्रकाश शर्मा और अशोक एबे को इस पुरस्कार के लिए चुना है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन सभी को खेल दिवस (29 […]
जमशेदपुर. शहर की पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल को एडवेंचर के क्षेत्र के सबसे बड़े सम्मान तेनजिंग नॉर्गे अवॉर्ड से सम्मानित किया जायेगा. अवॉर्ड के लिए गठित चयन समिति ने इस साल, रोहन मोरे दत्तात्रेय, वेद प्रकाश शर्मा और अशोक एबे को इस पुरस्कार के लिए चुना है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन सभी को खेल दिवस (29 अगस्त) पर राष्ट्रपति भवन में सम्मानित करेंगे. राष्ट्रपति इसी दिन राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी वितरित करेंगे. राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के तहत राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार वितरित किए जाएंगे.
युवा मंत्रालय के सचिव डॉक्टर एके दुबे की अध्यक्षता में पत्रकार अभिषेक त्रिपाठी, पद्मश्री से सम्मानित लैंड एडवेंचर में कीर्तिमान स्थापित करने वाली पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा, वाटर एडवेंचर का बड़ा नाम मीनाक्षी पाहुजा, एयर एडवेंचर में कई रिकॉर्ड बनाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल सत्येंद्र वर्मा और खेल एवं युवा मंत्रालय के निदेशक थंगलेमिलन वाली छह सदस्यीय समिति ने शुक्रवार को इन चार नामों पर मुहर लगायी. वाटर एडवेंचर में महाराष्ट्र के रोहन मोरे दत्तात्रेय को और लैंड एडवेंचर में झारखंड की प्रेमलता अग्रवाल को चुना गया है. एयर एडवेंचर में कोई भी उपयुक्त नाम नहीं मिलने के कारण इस साल इस वर्ग में किसी को नहीं चुना गया. वहीं नई दिल्ली में रहने वाले अति विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त 56 वर्षीय ब्रिगेडियर अशोक एबे और हरियाणा के ग्रुप कैप्टन वेद प्रकाश शर्मा को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया. एबे ने जहां लैंड एडवेंचर में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं, वहीं वेद प्रकाश एयर एडवेंचर के बादशाह रहे हैं. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मोरे ने दुनिया के महासागरों में छह चैलेंज पार किए हैं.
प्रेमलता अग्रवाल ने सातों ऊंची चोटियों को किया है फतह
पद्मश्री से सम्मानित प्रेमलता अग्रवाल को यह अावार्ड पर्वतारोहण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जा रहा है. 2011 में 45 वर्ष की आयु में एवरेस्ट फतह करके उन्होंने नया रिकार्ड बनाया था. वह भारत की सबसे अधिक उम्र की महिला थीं, जिन्होंने एवरेस्ट की चोटी फतह की थी. इसके बाद उन्होंने सात महाद्वीपों की सातों सबसे ऊंची चोटियों की सफलतापूर्वक चढ़ाई की है. वह ‘सेवन समिट्स’ यानी कि दुनिया के सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही बनी थीं. उन्होंने 23 मई 2013 को उत्तर अमेरिका महाद्वीप की अलास्का रेंज के माउंट मैककिनले पर चढ़ाई कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था. दरअसल, सात महाद्वीपों की सात सबसे ऊंची पर्वत चोटियों को ‘सेवन समिट्स’ कहा जाता है, जिसमें किलिमंजारो, विन्सन मैसिफ, कॉसक्यूजको, कार्सटेन्सज पिरामिड, एवरेस्ट, एलब्रुस और माउंट मैककिनले शामिल है.
बछेंद्री पाल को मानती हैं अपना आदर्श: प्रेमलता अग्रवाल बछेंद्री पाल को अपना आदर्श मानती हैं. प्रेमलता अग्रवाल ने पर्वतारोहण की शुरुआत सन 2000 में की थी. इसके बाद वह लगातार टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के विभिन्न एक्सपीडिशन में भाग लेती रहीं.