रांची: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन(एनआरएचएम) के ऑडिट के दौरान महालेखाकार को राज्य से जिला स्तर पर आवश्यक रजिस्टर नहीं दिये गये. राज्य स्तर के साथ-साथ दुमका, गिरिडीह, गुमला, जामताड़ा व पश्चिम सिंहभूम मेें जिले स्तर पर भी अनेक महत्वपूर्ण रजिस्टर ऑडिट टीम के नहीं दिये गये. महालेखाकार की रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है. […]
रांची: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन(एनआरएचएम) के ऑडिट के दौरान महालेखाकार को राज्य से जिला स्तर पर आवश्यक रजिस्टर नहीं दिये गये. राज्य स्तर के साथ-साथ दुमका, गिरिडीह, गुमला, जामताड़ा व पश्चिम सिंहभूम मेें जिले स्तर पर भी अनेक महत्वपूर्ण रजिस्टर ऑडिट टीम के नहीं दिये गये. महालेखाकार की रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है एनआरएचएम के ऑडिट के दौरान राज्य स्तर पर डॉक्टरों, विशेषज्ञ डॉक्टरों, पारा मेडिकल स्टाफ के स्वीकृत और कार्यरत बल से संबंधित फाइल टीम को नहीं दी गयी. राज्य स्तर पर मशीन, उपकरण व दवाओं के स्टॉक से संबंधित रजिस्टर भी ऑडिट टीम को नहीं दिये गये. इससे दवा, उपकरण, मशीन आदि की खरीद से संबंधित मामलों में नियमों के अनुपालन की सही-सही जानकारी और उपलब्धता नहीं मिल सकी.
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ऑडिट टीम को टेंडर, बुकलेट न पंपलेट की छपाई के अलावा एंबुलेंस की प्राप्ति और रख-रखाव से संबंधित फाइलें भी नहीं दी गयीं. एनआरएचएम केे प्रभावों के आकलन के लिए गठित की जानेवाली विलेज हेल्थ सेनिटेशन एंड न्यूट्रीशन कमेटी(एचएसएनवी) के गठन और उसकी वास्तविक स्थिति से संबंधित फाइल भी नहीं दी गयी. एनआरएचएम के 15 बैंक खातों के ब्योरे से जुड़ी संचिका भी ऑडिट टीम को नहीं मिली. रिपोर्ट में गुमला जिले की चर्चा करते हुए कहा गया है कि इस जिले में ऑडिट टीम को दवा खरीद और टेंडर से संबंधित फाइलें नहीं दी गयीं. इसके अलावा मोबाइल मेडिकल यूनिट के मॉनिटरिंग से रेकॉर्ड भी नहीं दिये गये.
दुमका में ऑडिट टीम को सहिया व जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभुकों के भुगतान और बकाये के ब्योरे से संबंधित रजिस्टर नहीं दिया गया. इसी तरह जामताड़ा व पश्चिम सिंहभूम जिले में दवा मशीन, उपकरणों सूची, खरीद आदि से संबंधित वाउचर और स्टॉक रजिस्टर नहीं दिया गया.