रांची : स्वाइन फ्लू का मरीज रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
राजधानी के एक निजी अस्पताल ने की पुष्टि रांची : कांठीटाड़ (रातू) निवासी एक मरीज में स्वाइन फ्लू (एच1-एन1) की पुष्टि हुई है. मरीज को बेहतर इलाज के लिए गुरुवार शाम रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. यहां डॉ विद्यापति की देखरेख में उसका इलाज किया जा रहा है. इससे पहले यह […]
राजधानी के एक निजी अस्पताल ने की पुष्टि
रांची : कांठीटाड़ (रातू) निवासी एक मरीज में स्वाइन फ्लू (एच1-एन1) की पुष्टि हुई है. मरीज को बेहतर इलाज के लिए गुरुवार शाम रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. यहां डॉ विद्यापति की देखरेख में उसका इलाज किया जा रहा है.
इससे पहले यह मरीज राजधानी के एक निजी अस्पताल में भरती हुआ था. वहां एच1-एन1 पॉजिटिव होने पर परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स लाये हैं. इधर, रिम्स के माइक्रोबायोलाॅजी विभाग में मरीज का स्वाब जांच के लिए भेजा जायेगा. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद ही उसे दवा दी जायेगी.
इस साल पहला मरीज भर्ती हुआ रिम्स में : स्वाइन फ्लू की आशंका के तहत रिम्स में अब तक कई मरीज भर्ती कराये जा चुके हैं, लेकिन किसी भी मरीज में एन1-एच1 वायरस की पुष्टि नहीं हुई थी. वहीं, स्वाइन फ्लू की अाशंका के तहत भर्ती कराये गये एक मरीज की इलाज से पहले ही मौत हो गयी थी.
उस मरीज की मौत से पहले स्वाइन फ्लू संबंधी जांच नहीं हो पायी थी. काठीटांड़ निवासी मरीज संभवत: इस साल रिम्स में भर्ती कराया गया स्वाइन फ्लू का पहला मरीज है. उधर, कुछ दिनों पहले मेदांता अस्पताल में स्वाइन फ्लू के एक अन्य मरीज की पुष्टि हुई थी, जिसके परिजन के आग्रह पर रिम्स प्रबंधन ने दवाएं उपलब्ध करायी थी.
डेंगू के मरीजों का भी चल रहा है इलाज
रिम्स के आइसाेलेशन वार्ड में डेंगू के कई मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें कुछ की स्थिति बेहतर हुई है. बीते गुरुवार को दो डेंगू पीड़ित मरीजाें को इलाज के लिए भरती कराया गया, जिसमें एक मरीज दुमका और एक हजारीबाग का है.
मरीजों का प्लेटलेट्स 23,000 है. वहीं, शुक्रवार को भी रिम्स में तीन डेंगू से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए भरती कराया गया. गौरतलब है कि रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में इस साल अब तक डेंगू के 41 मरीजों को भरती किया गया है.