गालूडीह: बंगाल की सीमा से लगे गालूडीह थानांतर्गत नक्सल प्रभावित झाटीझरना पंचायत स्थित भुमरू पहाड़ पर अवैध मैगनीज पत्थर खनन की सूचना पर शनिवार को खाद्य आपूर्ति व संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय खुद जांच करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि बंगाल और झारखंड के कुछ माफिया वर्दीधारी बॉडीगार्ड के साथ इस बीहड़ में आते हैं और सरकार की धौंस जमाकर मैगनीज पत्थर का अवैध खनन करवा रहे हैं. इस पर ग्रामीणों ने बताया है कि वे लोग कहते हैं सरकार मेरी है. पुलिस-प्रशासन का भय नहीं है.
कोई खनन करने से रोक नहीं सकता. इससे झारखंड सरकार की साख कटघरे में है. श्री राय ने कहा कि कौन लोग हैं जो सरकार और पुलिस-प्रशासन का धौंस जमाकर खनन करवा रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए. मैगनीज पत्थर की चोरी हो रही है. अवैध खनन रुके. इसकी सूचना डीसी और डीएफओ को है. मैं पूरी रिपोर्ट सरकार को दूंगा. खनन विभाग सर्वे कर ड्रिल कर पता लगाये किसी ग्रेड का मैगनीज पत्थर है. सरकारी अनुमति मिलेगी तो खनन होगा, अन्यथा प्राकृतिक संसाधन को सुरक्षित रखा जाय. ऐसे खनन होता रहा तो पहाड़ गायब हो जायेंगे. प्राकृतिक संसाधन से छेड़छाड़ की इजाजत किसी को नहीं है.
एक हजार मीटर ऊंचे पहाड़ पर चढ़े मंत्री: मंत्री सरयू राय सुबह 8.30 बजे गालूडीह पहुंचे. यहां से बड़े वाहन से झाटीझरना के भोमाराडीह सीआरपीएफ पिकेट पहुंचे. यहां बड़ा वाहन छोड़ कर घाटशिला के एसडीपीओ आरके दूबे के साथ बाइक पर बैठ कर पिकेट से करीब पांच किमी दूर भुमरू गांव से सटे पहाड़ की तलहटी में पहुंचे. पहाड़ के नीचे बाइक छोड़ कर मंत्री समर्थकों और पुलिस के साथ पैदल करीब एक हजार मीटर (करीब दो किमी) भुमरू पहाड़ पर चढ़े. इस दौरान मंत्री थक जाने पर आराम के लिए दो जगह बैठे भी. पहाड़ की ऊंचाई पर हो रहे अवैध मैगनीज पत्थर खनन को देखा. खनन कर रखे मैगनीज पत्थर के भंडार को देखा. कई जगह ब्रिटिश जमाने के सुरंग बने थे.
पत्थर को उठाकर भी देखा. सैंपल के रूप में लिया. पहाड़ पर चढ़ने और उतरने में करीब तीन घंटे लगे. जांच के बाद मंत्री पहाड़ की तलहटी पर आकर बाइक से भोमराडीह पिकेट पहुंचे. यहां वन विभाग, पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के पूरी जानकारी ली. ग्रामीणों से बात की. रेंजर एसके वर्मा से बात की. पूरी रिपोर्ट लेने के बाद करीब ढाई बजे मंत्री बुरूडीह के रास्ते घाटशिला निकले.
विधायक भी थे साथ: मंत्री सरयू राय के साथ विधायक लक्ष्मण टुडू, भाजपा नेता हाराधन सिंह, विश्वजीत पांडा, विदेश मुखर्जी, हीरालाल महतो, एमएल राव, ग्राम प्रधान अरुण, छतिश मानकी समेत अनेक ग्रामीण, एसपी अभियान प्रणवानंद झा, एसडीपीओ आरके दूबे, इंस्पेक्टर अजय सिंह, थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह, एमओ, रेंजर एसके वर्मा, वनपाल पवन सिंह समेत सीआरपीएफ जिला बल के जवान भी थे.