प्रोजेक्ट भवन को फायर फाइिटंग का नहीं मिला एनओसी

रांची: प्रोजेक्ट भवन, एमडीआइ और एफएफपी बिल्डिंग में विभिन्न विभागों के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक बैठते हैं. कई विभागों के सचिवों और मुख्य सचिव का कार्यालय भी है. सैकड़ों की तादाद में कर्मचारी और कनीय अफसर भी मौजूद होते हैं. लेकिन किसी भी भवन में अग्नि सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था नहीं है. यही हाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2017 7:50 AM
रांची: प्रोजेक्ट भवन, एमडीआइ और एफएफपी बिल्डिंग में विभिन्न विभागों के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक बैठते हैं. कई विभागों के सचिवों और मुख्य सचिव का कार्यालय भी है. सैकड़ों की तादाद में कर्मचारी और कनीय अफसर भी मौजूद होते हैं. लेकिन किसी भी भवन में अग्नि सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था नहीं है. यही हाल इंजीनियरिंग हॉस्टल नंबर एक और दो, नेपाल हाउस स्थित ट्रेजरी भवन, योजना भवन, सिविल कोर्ट और बार एसोसिएशन भवन का भी है. शॉर्ट सर्किट या किसी और वजह से अगर इन भवनों में आगजनी की बड़ी वारदात हो जाये तो सभी मुसीबत में फंस सकते हैं.
जांच में हुआ खुलासा : अग्निशमन विभाग की जांच में उक्त भवनों में अग्नि सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आयी है. उक्त भवनों की जांच रिपोर्ट अग्निशमन मुख्यालय ने भवन निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख को भेजी है. इसमें कहा गया है कि अग्निसुरक्षा मानकों को मापदंड पर पूरा करने के बाद ही एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) दिया जायेगा. रिपोर्ट के साथ किस भवन में अग्नि सुरक्षा के क्या इंतजाम किये जाने चाहिए यह सुझाव भी दिये हैं. उल्लेखनीय है कि पूर्व में प्रोजेक्ट भवन, इंजीनियरिंग बिल्डिंग और सूचना एवं जनसंपर्क भवन के कार्यालय में शॉर्ट सर्किट से घटनाएं हो चुकी है.
क्या करने हैं सुरक्षा के उपाय
  • भवन के सामने वाले भाग में कम से कम 50 हजार लीटर क्षमता वाले अंडरग्राउंड स्टैटिक वाटर टैंक का निर्माण जरूरी
  • न्यूनतम 20 हजार लीटर का ओवरहेड वाटर टैंक का निर्माण होना चाहिए
  • दोनों स्टेयरकेश लॉबियों में ओवर हेड वाटर टैंक से जुड़ा हुआ वेट राइजर कम डाउन कमर सिस्टम लगाये जाने की व्यवस्था हो
  • प्रत्येक तलों पर 63 एमएम का डिलीवरी आउटलेट और 30 मीटर लंबा होज रील बनाना अनिवार्य
  • पूरे भवन में स्मोक डिटेक्टर विथ कंट्रोल पैनल बनाना, जहां पर 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहें
  • मैनुअल ऑपरेटेड इलेक्ट्रिकल फायर अलार्म की व्यवस्था हो जो अलटर्नेंट पावर से जुड़ा हो. इसका कॉल प्वाइंट दोनों स्टेयरबेश लॉबी के हर तल में हो
  • एक-एक लिफ्ट को फायर लिफ्ट के तौर पर अलरनेट पावर से जोड़ा जाये
  • मुख्य भवन के दोनों ओर एक-एक यार्ड हाईड्रैंड और तड़ित चालक की व्यवस्था आवश्यक

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