स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हों करम की लोक कथाएं : परिषद

रांची: आदिवासी जन परिषद ने कहा है कि राज्य सरकार एक के बाद एक आदिवासी विरोधी नीतियां बना रही है़ उन्हें धार्मिक आधार पर कुचलना चाहती है़. अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि देश के 11 करोड़ आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड पर संसद में विचार तक नहीं होने से प्रकृति पूजक आदिवासियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 8:00 AM
रांची: आदिवासी जन परिषद ने कहा है कि राज्य सरकार एक के बाद एक आदिवासी विरोधी नीतियां बना रही है़ उन्हें धार्मिक आधार पर कुचलना चाहती है़.
अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि देश के 11 करोड़ आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड पर संसद में विचार तक नहीं होने से प्रकृति पूजक आदिवासियों के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है़ ट्राइबल सब प्लान के पैसे का काम नहीं दिखता है. ग्राम सभा को सशक्त करने के लिए पंचायतों में बैठकें की जायेंगी़ सरकार से मांग की गयी कि करम की लोक कथाओं को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये़ ट्राइबल सब प्लान के तहत करम महोत्सव पर आदिवासियों की कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पैकेज की व्यवस्था होनी चाहिए़.
करम मिलन 19 को, प बंगाल के जनजाति कल्याण मंत्री होंगे मुख्य अतिथि : उन्होंने बताया कि जन परिषद द्वारा 19 सितंबर को सेलिब्रेशन बैंक्वेट हॉल, करम टोली में करम मिलन समारोह मनाया जायेगा़ इसमें पश्चिम बंगाल के जनजातीय कल्याण मंत्री जेम्स कुजूर मुख्य अतिथि होंगे़ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय इस कार्यक्रम का उदघाटन करेंगे और प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन मुख्य वक्ता होंगे़ रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रम भी होंगे़ इस कार्यक्रम में पाहन-पुराेहितों को धोती-पगड़ी देकर सम्मानित किया जायेगा़ आठ अक्तूबर को बुंडू में आयोजित आदिवासी धर्म सम्मेलन के लिए परिषद द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जायेगा़ मौके पर अभय भुटकुंवर, गोपाल बेदिया, कृष्णा मुंडा, सिकंदर मुंडा, विक्की लोहरा, श्यामचंद्र सिंह मुंडा, राइमनी मुंडा, रश्मि देवी, जयंती मुंडा, जयदेव उरांव, परमेश्वर सिंह मुंडा भी मौजूद थे़

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