रिम्स की मान्यता रद्द कर सकता है एमसीआइ

रांची : एमबीबीएस की निर्धारित सीटों से एक अधिक एडमिशन लेना रिम्स के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. दाखिले के लिए हुई काउंसेलिंग के दौरान भूलवश एक अतिरिक्त सीट पर दाखिले की अनुशंसा कर दी गयी है. इससे रिम्स की मान्यता संकट में पड़ गयी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने अगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2017 11:10 AM

रांची : एमबीबीएस की निर्धारित सीटों से एक अधिक एडमिशन लेना रिम्स के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. दाखिले के लिए हुई काउंसेलिंग के दौरान भूलवश एक अतिरिक्त सीट पर दाखिले की अनुशंसा कर दी गयी है. इससे रिम्स की मान्यता संकट में पड़ गयी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने अगर इस पर संज्ञान लिया, तो रिम्स की मान्यता रद्द हो सकती है. प्रबंधन इस भूल को सुधारने में जुटा हुआ है.

रिम्स के संकायाध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दे दी है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि रिम्स में कुल एमबीबीएस सीटों की संख्या 150 है. इसमें राज्य कोटे के अंतर्गत वर्ष 2017-18 में 122 सीटों पर नामांकन होना है. लेकिन, इस वर्ष राज्य कोटे के अंतर्गत झारखंड संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रतियोगिता पर्षद द्वारा 123 सीटों पर नामांकन की अनुशंसा भेजी गयी है. परिणास्वरूप नामांकन के पश्चात कुल 151 सीट होने पर इस संस्थान की मान्यता एमसीअाइ द्वारा समाप्त भी की जा सकती है. संकायाध्यक्ष ने ऐसी परिस्थिति में मेरिट कम च्वाइस के आधार पर अंतिम अभ्यर्थी को राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेज (पीएमसीएच धनबाद या एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर) में भेजने का अनुरोध किया है, ताकि नामांकित अभ्यर्थी का भविष्य में एमसीआइ द्वारा निबंधन किया जा सके.
सात की जगह अाठ छात्रों की अनुशंसा कर दी : गौरतलब है कि झारखंड संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रतियोगिता पर्षद द्वारा 27-28 अगस्त को आयोजित मॉप अप राउंड की काउंसेलिंग के बाद सात की जगह आठ छात्रों की अनुशंसा कर दी गयी. जिसमें जेनरल कोटा के तीन, बीसी टू कैटेगरी के दो, एससी कैटेगरी के एक व एसटी कैटेगरी के दो उम्मीदवारों की अनुशंसा की गयी है.

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