बयान: सीएम ने बच्चों की मौत के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया, कहा 14 साल की विरासत में मिली है बदहाली
जमशेदपुर: 14 साल तक झारखंड में कांग्रेस, झामुमो, राजद जैसी पार्टियाें ने सरकार चलायी. पूर्व की सरकार ने जो स्वास्थ्य व्यवस्था हमें सौंपी उसे हम पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. हम मानते हैं की राज्य में स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं है लेकिन इसे सुधरने में समय लगेगा. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर […]
जमशेदपुर: 14 साल तक झारखंड में कांग्रेस, झामुमो, राजद जैसी पार्टियाें ने सरकार चलायी. पूर्व की सरकार ने जो स्वास्थ्य व्यवस्था हमें सौंपी उसे हम पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. हम मानते हैं की राज्य में स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं है लेकिन इसे सुधरने में समय लगेगा. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं. वह शनिवार को सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
हमने शिशु व मातृ मृत्यु दर नियंत्रण पर फोकस किया
मुख्यमंत्री ने कहा : हमने शिशु व मातृ मृत्यु दर नियंत्रित करने की कोशिश की. झारखंड में यह दर सबसे ज्यादा है, जो हमें विरासत में मिली है. पूर्व में की गयी उपेक्षा की वजह से राज्य में गरीबी, पलायन, कुपोषण बढ़ा. कांग्रेस, झामुमो, राजद गरीबों और बच्चों का खाना खा गये, जिससे कुपोषण बढ़ा. हमारी सरकार ने कुपोषण दूर करने के लिए लोगों को जागरूक किया. कुपोषण सखी नियुक्त किये. 11 सितंबर को हम सरकार के 1000 दिन पूरे होने पर अपना रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करेंगे. इसमें चार साल पहले की शिशु व मातृ मृत्यु दर की रिपोर्ट भी पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि 14 साल से चली आ रही समस्या एक-दो साल में खत्म नहीं होगी. झारखंड की जनता भी यह जानती है. वास्तव में अपनी गलतियों को छुपाने के लिए कांग्रेस, झामुमो व राजद बे वजह शोर मचा कर रहे हैं.
कांग्रेस, राजद, झामुमो को लूटने नहीं देंगे : मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस, राजद और झामुमो ने राज्य को चारागाह बना कर रखा था. अब उनके बिचौलियाें की नहीं चल रही है इसलिए वे शोर मचा रहे हैं. अब ऐसे लोगों को राज्य को लूटने नहीं देंगे.
राज्य में खाली पदों पर नयी बहाली होगी : मुख्यमंत्री ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में हमने अपर मुख्य सचिव को भेजा था. उन्हें गुमला भी भेजा था. इसकी रिपोर्ट का सरकार अध्ययन कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 500 डॉक्टरों को बहाल किया है. 600 और बहाल होंगे. कंपाउंडर और टेक्निशियन भी बहाल होंगे. स्वास्थ्य विभाग में 3000 पद के लिए बहाली निकाली गयी है. वर्तमान में जो एएनएम कांट्रैक्ट पर काम कर रहे हैं, उसको प्राथमिकता के आधार पर बहाल करेंगे. स्किल डेवलपमेंट के तहत ट्रेनिंग देकर टेक्निशियन की बहाली करने को कहा गया है. सरकार ने एक हजार दिन में तीन मेडिकल कॉलेज खोले. जहां भी कमी है, उसे दूर करने की कोशिश की जा रही है.
पूर्ववर्ती सरकारों ने शिक्षा व्यवस्था को कमजोर किया : मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को भी कमजोर किया. 40 हजार स्कूलों में बेंच डेस्क तक नहीं थे. हमारी सरकार ने 27 हजार स्कूलों में बेंच डेस्क उपलब्ध करवाया. वर्तमान में 20 हजार शिक्षकों की बहाली हो गयी है और 18 हजार शिक्षकों की और बहाली होगी. अगले तीन से पांच साल में राज्य की शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त हो जायेगी.
अगले वर्ष राज्यभर में लगायेंगे करम वृक्ष : रघुवर
सरना व सनातन धर्म एक जैसा है. देश की सदियों पुरानी सभ्यता और संस्कृति में भी यह समानता झलकती है. इसको बरकरार रखने की जरूरत है. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं. वह शुक्रवार को सिदगोड़ा स्थित जैप 6 परिसर में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से आयोजित करम महोत्सव के मौके पर आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि करम वृक्ष धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं, इसलिए अगले वर्ष करमा पूजा के अवसर पर करम पर्व मनाते हुए पूरे राज्य में वन विभाग द्वारा करम के पौधे लगाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि वृक्षों की कितनी कमी है, इसका अनुमान हम सभी जलवायु परिवर्तन को देख कर लगा सकते है, इसलिए हम सभी को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ढोल -नगाड़ा बजा कर लोगों के साथ महोत्सव का आनंद उठाया. साथ ही लोगों को बकरीद और करम पूजा पर बधाई दी. हाल के दिनों में छल-प्रपंच कर जनजातियों को मुख्यधारा और संस्कृति से अलग करने की कोशिश की जा रही है लेकिन ऐसे लोगों की मंशा पूरी नहीं होगी.