हाल मैकी रोड का: 20 साल पहले बनी सड़क की नहीं ली गयी सुध, यहां जर्जर सड़कों पर रिक्शे से भी धीमी रफ्तार में चलती हैं गाड़ियां

राजधानी रांची को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जोर-शोर से प्रयास किया जा रहा है. कभी यहां फ्लाई ओवर बनाने की बात हो रही है, तो कभी मेट्रो रेल चलाने की. शहर की जनता भी इन खबरों से उत्साहित तो है, लेकिन तंज भी कस रही है, ‘फ्लाई ओवर और मेट्रो रेल तो हम कभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2017 7:34 AM
राजधानी रांची को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जोर-शोर से प्रयास किया जा रहा है. कभी यहां फ्लाई ओवर बनाने की बात हो रही है, तो कभी मेट्रो रेल चलाने की. शहर की जनता भी इन खबरों से उत्साहित तो है, लेकिन तंज भी कस रही है, ‘फ्लाई ओवर और मेट्रो रेल तो हम कभी भी चला सकते हैं, उससे पहले गली-मोहल्ले के बदहाल सड़कों को स्मार्ट बनाया जाये, तो बेहतर होगा.’ ‘प्रभात खबर’ शहर के उन गली-मोहल्लों की पड़ताल कर रहा है, जहां की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं.
रांची: अपर बाजार राजधानी के सबसे व्यस्ततम इलाकों में शुमार किया जाता है. इसके अलग-अलग इलाके चार वार्डों (22, 23, 24, 26) का हिस्सा हैं. प्रभात खबर की टीम ने गुरुवार को वार्ड-22 में पड़ने वाली मैकी रोड और इसकी बाइलेन सड़कों का मुआयना किया. यह सड़क नागाबाबा खटाल से महावीर चौक तक जाती है.
मौजूदा समय में इस सड़क की हालत काफी जर्जर है. सड़क पर निकले पत्थर और सैकड़ों गड्ढे देखकर लोगों के शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है. अालम यह है कि तेज रफ्तार में चलनेवाली गाड़िया भी इस सड़क रिक्शे की रफ्तार में चलती हैं. स्थानीय लोग अौर दुकानदार बताते हैं कि यह सड़क करीब 20 साल पहले बनी थी. उसके बाद एक बार भी इस सड़क की मरम्मत नहीं हुई. लोगों ने सड़क की मरम्मत के लिए न जाने कहां-कहां फरियाद की, लेकिन न तो जनप्रतिनिधि और न ही संबंधित विभाग का कोई अधिकारी इसकी सुध लेने आया.
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के कारण रहती है भारी भीड़
मैकी रोड, शहीद चौक को रातू रोड से जाेड़ने वाली प्रमुख सड़क है. इसके किनारे कई छोटे-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी हैं. इस वजह से आम दिनों में भी बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए इसी सड़क से गुजरते हैं. एक अंदाज के मुताबिक आम दिनों में इस सड़क से रोजाना 50 हजार से ज्यादा लोग आना-जाना करते हैं. इसके बावजूद इसकी मरम्मत नहीं करायी जा रही है. हालत यह है कि सड़क की जर्जर हालत को देखकर अब लोगों ने भी इधर से गुजरना बंद कर दिया है.
बाइलेन सड़कें भी खस्ताहाल
मैकी रोड से कई कनेक्टिंग सड़कें भी जुड़ी हैं. इन सड़कों के परिधि में 20 हजार से अधिक की आबादी रहती है. इसमें कांग्रेस आॅफिस के सामने का श्रद्धानंद पथ, काली बाबू स्ट्रीट, काली बाबू स्ट्रीट से सिविल कोर्ट पथ है. इन सड़कों में कई जगह कलवर्ट का स्लैब धंस गया है. साथ ही बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण जलजमाव यहां पर आम है.

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