कांड्रा के पहले डायवर्सन पर है पूरा ट्रैफिक, अगर टूटा तो 45 किमी घूम कर जाना होगा सरायकेला

रांची : कांड्रा से पांच-छह किमी पहले स्थित एक छोटे से डायवर्सन पर इस मार्ग का पूरा ट्रैफिक टिका हुआ है. यह डायवर्सन बिल्कुल डाउन में है. जिसकी वजह से तेज बारिश होने से डायवर्सन डूब जाता है. और घंटों ट्रैफिक रोकना पड़ रहा है. हर आठ से 10 दिन बाद यही स्थिति हो रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2017 7:48 AM
रांची : कांड्रा से पांच-छह किमी पहले स्थित एक छोटे से डायवर्सन पर इस मार्ग का पूरा ट्रैफिक टिका हुआ है. यह डायवर्सन बिल्कुल डाउन में है. जिसकी वजह से तेज बारिश होने से डायवर्सन डूब जाता है. और घंटों ट्रैफिक रोकना पड़ रहा है. हर आठ से 10 दिन बाद यही स्थिति हो रही है. इसके बाद भी इस पर भारी वाहनों का परिचालन हो रहा है.

ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि यह डायवर्सन अगर यह क्षतिग्रस्त हुआ, तो चौका (एनएच 33) से सरायकेला-चाईबासा जाने के लिए जमशेदपुर जाना होगा, फिर वहां से वापस आदित्यपुर-गम्हरिया होते हुए सरायकेला-चाईबासा आना होगा. एेसे में 40 किमी की जगह करीब 85 किमी यानी 45 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी. इतना ही नहीं सारे वाहनों को एनएच 33 होते हुए ही जमशेदपुर जाना होगा, क्योंकि चांडिल मार्ग से जाने पर भी यह डायवर्सन पड़ता है. हालांकि चांडिल मार्ग अभी पुल मरम्मत को लेकर बंद है.

क्यों हुई यह स्थिति: चौका से कांड्रा होते हुए आदित्यपुर-सरायकेला-चाईबासा की सड़क बनायी गयी है. फिलहाल सड़क ठीक है, लेकिन कांड्रा के ठीक पहले बने पुल में तकनीकी प्रॉब्लम आ गयी. ऐसे में इस पर वाहनों का चलना मुश्किल था. विभाग ने देखा कि पुल में गड़बड़ी है. ऐसे में काम कराने वाली एजेंसी को तत्काल रिपेयर का निर्देश दिया और अभी मरम्मत जारी है. नतीजन, गाड़ियों को वहां स्थित डायवर्सन से होकर आना-जाना पड़ रहा है.
लगातार उठा रहे हैं मामला: इस मामले को मंत्री सरयू राय लगातार उठा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि निर्माण में गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ है. सारा कुछ कमीशन की वजह से हुआ है. उन्होंने तत्काल इसे बनाने को भी कहा है. खुद मंत्री को भी इस डायवर्सन के पास तेज बहाव की वजह से दो घंटे तक फंसना पड़ा था.

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