सफाईकर्मियों ने की हड़ताल, नगर आयुक्त ने कंपनी से कहा एक महीने में व्यवस्था न सुधरी तो ब्लैक लिस्ट कर दिये जायेंगे
राजधानी की सफाई व्यवस्था देख रही एस्सेल इंफ्रा के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने का नगर आयुक्त ने आखिरी मौका दिया है. गुरुवार को अपने कार्यालय में एस्सेल इंफ्रा के दिल्ली मुख्यालय से आये अधिकारियों से नगर आयुक्त ने कहा कि कंपनी एक माह में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं करती है, तो उसे ब्लैक लिस्ट कर […]
राजधानी की सफाई व्यवस्था देख रही एस्सेल इंफ्रा के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने का नगर आयुक्त ने आखिरी मौका दिया है. गुरुवार को अपने कार्यालय में एस्सेल इंफ्रा के दिल्ली मुख्यालय से आये अधिकारियों से नगर आयुक्त ने कहा कि कंपनी एक माह में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं करती है, तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जायेगा.
रांची: रांची एमएसडब्ल्यू (एस्सेल इंफ्रा और रांची नगर निगम का ज्वाइंट वेंचर) के सफाईकर्मी बीते दो दिनों से हड़ताल पर हैं. इसमें मोरहाबादी, खेलगांव और कांटाटोली कचरा ट्रांसफर स्टेशन के कर्मचारी शामिल हैं. हड़ताल की वजह से शहर के 13 वार्डों में सफाई और कचरा उठाव का काम पूरी तरह ठप है. समस्या जब नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि के पास पहुंची, तो उन्होंने एस्सेल इंफ्रा के अधिकारियों की विशेष बैठक बुलायी.
नगर आयुक्त ने तल्ख लहजे में कहा, ‘मैं यहां कंपनी की परेशानी सुनने के लिए नहीं बैठा हूं. मुझे रिजल्ट चाहिए, जो कंपनी नहीं दे पा रही है. दो दिन बाद उपराष्ट्रपति का रांची आने का कार्यक्रम है, लेकिन शहर की हालत नारकीय हो गयी है. मैं कंपनी को एक महीने का समय दे रहा हूं. इस दौरान कंपनी की जो भी अांतरिक समस्याएं हैं, उन्हें दूर कर लिया जाये. एक महीने में व्यवस्था नहीं सुधरी, तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर उसकी सिक्यूरिटी मनी जब्त कर ली जायेगी.’ अगर नगर निगम एस्सेल इंफ्रा को ब्लैक लिस्ट कर देती है, तो कंपनी को भविष्य में झारखंड में किसी तरह का प्रोजेक्ट हासिल नहीं कर पायेगी.
वार्ता बेनतीजा : मोरहाबादी, खेलगांव और कांटाटोली स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन के 300 से अधिक सफाई कर्मचारी गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे. एस्सेल इंफ्रा के अधिकारियों ने सफाईकर्मियों से बातचीत की. लेकिन, बात नहीं बनी. कंपनी जहां अगस्त माह से पीएफ व इएसआइ का पैसा देने को तैयार है. वहीं, सफाई कर्मचारी अपने ज्वाइनिंग की तिथि से बकाया राशि का मांग कर रहे हैं. कर्मचारियों ने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा. शुक्रवार को वे गांधी प्रतिमा के समक्ष अनशन करेंगे. वहीं, शनिवार को उपराष्ट्रपति के आगमन के दौरान काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन करेंगे.
इसलिए हो रही है हड़ताल : सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि वादे के मुताबिक कंपनी उनकी नियुक्ति तिथि से पीएफ और इएसआइ मद में पैसा जमा नहीं कर रही है. इसलिए वे हड़ताल कर रहे हैं.
नेतागीरी कर रहे हैं दो-तीन कर्मचारी
सफाईकर्मियों के साथ वार्ता के विफल होने के बाद एस्सेल इंफ्रा के अधिकारियों ने कहा कि 90% सफाई कर्मचारी हमारी बातोंसे सहमत हैं. लेकिन, दो-तीन कर्मचारियों की नेतागीरी करने के कारण हड़ताल समाप्त नहीं हो रही है. अधिकारियों ने कहा कि हम सभी कर्मचारियों का पीएफ व इएसआइ शुरू से देने को तैयार हैं. लेकिन, नेता किस्म के कर्मचारी अन्य कर्मचारियों को काम पर आने ही नहीं दे रहे हैं. इधर, हड़ताल के कारण गुरुवार को कांके रोड, मोरहाबादी, हरिहर सिंह रोड, बरियातू रोड, चेशायर होम रोड, बांधगाड़ी, कांटाटोली, सामलौंग, चुटिया, कोकर आदि इलाके में कूड़े का उठाव नहीं हुआ.