RANCHI : सीबीआइ की कार्रवाई में चार आयकर अफसर समेत पांच गिरफ्तार
रांची : सीबीआइ दिल्ली की टीम ने रांची के प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता से जुड़े मामले में रांची, हजारीबाग और कोलकाता से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें चार आयकर अधिकारी और एक गैर सरकारी व्यक्ति है. सीबीआइ ने अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया. सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा की […]
रांची : सीबीआइ दिल्ली की टीम ने रांची के प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता से जुड़े मामले में रांची, हजारीबाग और कोलकाता से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें चार आयकर अधिकारी और एक गैर सरकारी व्यक्ति है.
सीबीआइ ने अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया. सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा की अदालत ने अभियुक्तों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इसके बाद अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया. सीबीआइ ने कोलकाता की कागजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के आरोप में रांची के आयकर अधिकारी रंजीत कुमार लाल, सुनील गुप्ता, हजारीबाग के आयकर अधिकारी विनोद कुमार पाल, कोडरमा के आयकर अधिकारी तरुण राय को गिरफ्तार किया.
वहीं, कोलकाता से गैर सरकारी व्यक्ति संतोष शाह को भी गिरफ्तार किया. सीबीआइ ने गुरुवार को इन अधिकारियों व गैर सरकारी व्यक्ति को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया. सीबीआइ ने जिन चार आयकर अधिकारियों को गिरफ्तार किया, उनमें से एक ही नामजद अभियुक्त था. शेष तीन अधिकारियों को मामले की जांच के दौरान संलिप्त पाया गया.
इन सभी अधिकारियों पर गिरफ्तार प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता, अपर आयुक्त अरविंद कुमार के साथ साजिश रच कर असेसमेंट से जुड़े मामलों को कोलकाता से स्थानांतरित कर रांची लाने और नये सिरे से असेसमेंट करने के दौरान मदद पहुंचाने से संबंधित साक्ष्य मिले हैं. दत्ता सहित अन्य अधिकारियों ने इस काम के बदले अनुचित लाभ लिया है.
जुलाई 2017 में आठ के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था : सीबीआइ दिल्ली ने जुलाई 2017 में रांची के प्रधान आयकर आयुक्त सहित आठ लोगों को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी. अभियुक्तों की सूची में चार आयकर अधिकारी और चार गैर सरकारी व्यक्ति शामिल थे. गैर सरकारी व्यक्तियों में कागजी कंपनी चलानेवाले और चार्टर्ड एकाउंटेंट शामिल हैं.
प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने 12 जुलाई को अभियुक्तों के रांची, जमशेदपुर, जोधपुर और कोलकाता स्थित ठिकानों पर छापा मारा. सीबीआइ ने छापामारी के दौरान ही प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता को गिरफ्तार किया था. दत्ता के ठिकानों से 4.15 करोड़ रुपये नकद और 6.6 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था. दत्ता फिलहाल रांची जेल में हैं. इस तरह इस मामले में जेल जानेवाले आयकर अधिकारियों की संख्या बढ़ कर चार हो गयी.
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पैन ट्रांसफर के लिए रांची व हजारीबाग के फर्जी पता का किया इस्तेमाल
सीबीआइ द्वारा दायर आरोप पत्र में कहा गया है कि कोलकाता के आयकर अधिकारियों ने कुछ कागजी सहित अन्य कंपनियों का असेसमेंट कर उन पर टैक्स के रूप में भारी भरकम राशि की वसूली के लिए डिमांड जारी किया था. कोलकाता में वसूली से संबंधित कार्रवाई शुरू होने पर इन कंपनियों के संचालकों ने साजिश के तहत इन कंपनियों का पैन झारखंड राज्य में ट्रांसफर करने के लिए आवेदन दिया.
पैन ट्रांसफर के लिए रांची स्थित बर्दवान कंपाउंड के फर्जी पते का इस्तेमाल किया गया. रांची आयकर विभाग के अधिकारियों ने जांच कर इन फर्जी ठिकानों को सही करार देते हुए पैन ट्रांसफर करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया. सुनियोजित साजिश के तहत 50 से अधिक पैन रांची और हजारीबाग के फर्जी पते पर ट्रांसफर कराया. इसके बाद इन कंपनियों के नये सिरे से असेसमेंट किया और संबंधित कंपनियों पर लगे टैक्स की रकम को पूरी तरह माफ कर दिया या उसमें 80 प्रतिशत तक की राहत दे दी. इस काम के बदले इन अधिकारियों ने कंपनियों के संचालकों से अनुचित लाभ लिया.
आरोपियों की सूची
1- तापस कुमार दत्ता, प्रधान आयकर आयुक्त
2- रंजीत कुमार लाल, आइटीओ
3- तरुण राय, आइटीओ
4- विनोद कुमार पाल, आइटीओ
5-सुनील कुमार गुप्ता, आइटीओ
6- विश्वनाथ अग्रवाल, कंपनी संचालक
7-संतोष शाह, कंपनी संचालक
8- अनूप कुमार लखोटिया, कंपनी संचालक
9- आकाश अग्रवाल, कंपनी संचालक
10- निर्मल जैन, कंपनी संचालक
11- अशोक यादव, कंपनी संचालक
12- सत्यनारायण सरावगी, कंपनी संचालक
13- संजय धानुका, कंपनी संचालक
14- सुबोध धानुका, कंपनी संचालक