पहली बार 9788 पोषण सखी की नियुक्ति
रांची: समाज कल्याण विभाग ने राज्य पोषण मिशन की शुरुआत कर कुपोषण मुक्ति के लिए पहली बार 9788 पोषण सखी की नियुक्ति की है. वहीं अांगनबाड़ी सेविकाअों व सहायिकाअों की मानदेय राशि बढ़ा कर क्रमश: 3750 रु से 4400 रु तथा 1850 रु से 2200 रु कर दिये हैं. अांगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को अच्छी […]
रांची: समाज कल्याण विभाग ने राज्य पोषण मिशन की शुरुआत कर कुपोषण मुक्ति के लिए पहली बार 9788 पोषण सखी की नियुक्ति की है. वहीं अांगनबाड़ी सेविकाअों व सहायिकाअों की मानदेय राशि बढ़ा कर क्रमश: 3750 रु से 4400 रु तथा 1850 रु से 2200 रु कर दिये हैं. अांगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को अच्छी आदतों से जोड़ने के लिए स्कूल पूर्व शिक्षा के तहत पाठयक्रम तैयार किये गये हैं.
हर घर में संतुलित अाहार की उपलब्धता के लिए न्यूट्री गार्डेन योजना अांगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लोहरदगा से शुरू की गयी है. उधर पेंशन योजना के तहत पहली बार एचआइवी/एड्स पीड़ित के लिए प्रति माह 600 रु पेंशन की शुरुआत की गयी है.
अब तक 1434 लाभुक चयनित हुए हैं. उसी तरह आदिम जनजातियों (पीटीजी) के लिए भी प्रति माह 600 रु की पेंशन योजना शुरू हुई है. इन पेंशन स्कीम के अलावा पूर्ण से संचालित वृद्धावस्था, विकलांगता व विधवा पेंशन योजना का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभुकों के खाते में हो रहा है. महिलाअों के हितों की रक्षा तथा उनकी समस्याअों के समाधान के लिए रांची, जमशेदपुर व धनबाद में वन स्टॉप सेंटर बनाये गये हैं.
उपलब्धियां व कार्रवाई
वर्षों से निष्क्रिय जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र फिर से संचालित होने की प्रक्रिया में
दिव्यांगों के लिए राज्यस्तरीय समेकित पुनर्वास केंद्र बनेगा
सभी दिव्यांग जनों को सरकार विशिष्ट पहचान पत्र दे रही है
14 से 24 वर्षीय किशोरियों व युवतियों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण के लिए तेजस्विनी योजना शुरू