जनसभा. म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार के खिलाफ आवाज उठायी
मुसलिम धर्मगुरुआें, जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत सैकड़ों लोगों ने आजाद हाइस्कूल, कर्बला चौक में शुक्रवार को सभा की. इस दौरान म्यांमार, बर्मा में रोहिंग्या मुसलमानों के नियोजित नरसंहार के खिलाफ आवाज बुलंद की गयी. उन्होंने राज्यपाल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ के रिफ्यूजी कंवेंशन 1951 […]
मुसलिम धर्मगुरुआें, जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत सैकड़ों लोगों ने आजाद हाइस्कूल, कर्बला चौक में शुक्रवार को सभा की. इस दौरान म्यांमार, बर्मा में रोहिंग्या मुसलमानों के नियोजित नरसंहार के खिलाफ आवाज बुलंद की गयी. उन्होंने राज्यपाल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ के रिफ्यूजी कंवेंशन 1951 के मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषण 148 (अनुच्छेद 14) के तहत सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को तत्काल शरणार्थी का दर्जा दिया जाये़ केंद्रीय गृह मंत्रालय को निर्देश दिया जाये कि सभी राज्यों को पूर्व में दिये उस निर्देश को रद्द करे, जिसमें मंत्रालय ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों की पहचान करें और उन्हें वापस म्यांमार भेजने की कार्रवाई करे़ं प्रधानमंत्री म्यांमार सरकार को भारत के शांतिप्रिय नागरिकों की भावना व लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन से अवगत करायें. निहत्थे रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ सभी सैन्य व पुलिसिया दमन को तत्काल रोकने का आग्रह करे़ं यह आयोजन मुसलमान-ए- रांची के बैनर तले हुआ़