रांची : दो दिनों की छापामारी के बाद आयकर विभाग की टीम को बोकारो के चिकित्सक डॉ कमल कुमार दास के परिवार के पास 26.50 करोड़ रुपये का काला धन मिला. पूछताछ के दौरान डॉ दास ने भी उक्त राशि होने की बात स्वीकार कर ली है.
इस काले धन पर डॉक्टर परिवार को करीब आठ करोड़ रुपये टैक्स चुकाना होगा. वहीं डॉ दास के कोलकाता और बोकारो स्थित सर्जी इंफर्टिलिटी सेंटर समेत 13 ठिकानों पर की गयी छापामारी में कुल 4.58 करोड़ रुपये नकद मिले. इस राशि को सरकारी खजाने में जमा करा दिया गया है. डॉक्टर परिवार ने नोटबंदी के दौरान 1.5 करोड़ के पुराने नोट बदले. इसके भी पुख्ता सबूत मिले हैं. दर्जनों खाते और निवेश से संबंधित कागजात की जांच के बाद कालाधन का खुलासा हो पाया है.
दोदिन तक चली छापेमारी : आयकर विभाग की अनुसंधान शाखा के अपर निदेशक प्रणब कुमार कोले के नेतृत्व में छापेमारी की
गयी थी. शुक्रवार को शुरू की गयी छापामारी रविवार दोपहर में समाप्त हुई. डॉक्टर को ठिकानों से कुल 4.58 करोड़ रुपये नकद मिले थे. नोटों की गिनती के लिए बैंक के अधिकारियों को बुलाया गया था. गिनती के बाद आयकर अधिकारियों ने नकद राशि जब्त कर सरकारी खजाने में जमा करा दिया. वहीं, नोटबंदी के दौरान 1.5 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदल दिये गये. इसके लिए डॉक्टर परिवार ने अपने कर्मचारियों के खातों का इस्तेमाल किया. इस बिंदु पर आयकर अधिकारी अलग से जांच कर रहे हैं.
कोलकाता में बेटी दामाद चलाते हैं सेंटर
डॉक्टर परिवार सर्जी नामक इंफर्टिलिटी सेंटर चलाता है. बोकारो के को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित सर्जी सेंटर डाॅ कमल कुमार दास और उनके पुत्र कौशिक दास द्वारा संचालित किया जाता है. वहीं, कोलकाता के बीरेन राय रोड बेहला स्थित सर्जी सेंटर का संचालन डॉ दास की बेटी और दामाद करते हैं.
सर्जी इंफर्टिलिटी सेंटर समेत कोलकाता और बोकारो में 13 ठिकानों पर छापा
- डॉ कमल कुमार दास ने भी कालाधन होने की बात स्वीकारी
- डॉक्टर परिवार को करीब आठ करोड़ रुपये टैक्स चुकाना होगा
- 4.58 करोड़ नकद मिले, जिसे सरकारी खजाने में जमा कराया
- नोटबंदी के दौरान 1.5 करोड़ पुराने नोट बदले
- कर्मचारियों के खाते में डाले गये पुराने नोट
- बोकारो के छह व कोलकाता के सात ठिकाने खंगाले गये
- बोकारो में डॉ कमल कुमार दास और उनका बेटा चलाता है सेंटर