एसएमसी गठन में भाग नहीं लेंगे शिक्षक

रांची: तमाड़ प्रखंड में सरकारी विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक की हत्या की झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने निंदा की है. संघ के महासचिव योगेंद्र तिवारी ने कहा है कि शिक्षक विद्यालय में केवल पठन-पाठन का काम करेंगे. सरकार ने विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) गठन का निर्देश दिया है. ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2017 7:55 AM
रांची: तमाड़ प्रखंड में सरकारी विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक की हत्या की झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने निंदा की है. संघ के महासचिव योगेंद्र तिवारी ने कहा है कि शिक्षक विद्यालय में केवल पठन-पाठन का काम करेंगे. सरकार ने विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) गठन का निर्देश दिया है.

ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय प्रबंध समिति के गठन में विवाद होता है. जिन लोगों के बच्चे विद्यालय में नहीं पढ़ते, वे भी प्रबंध समिति के गठन में भाग लेना चाहते हैं. विद्यालय राजनीति का केंद्र बन जाता है. इससे शिक्षक अनावश्यक विवाद में आते हैं. शिक्षकों को टारगेट किया जाता है. श्री तिवारी ने कहा है कि तमाड़ में भी शिक्षक की हत्या में एसएमसी गठन में विवाद का मामला सामने आ रहा है. ऐसे में अब शिक्षक अपने को एसएमसी गठन से दूर रखेंगे. शिक्षक विद्यालय प्रबंध समिति के गठन प्रक्रिया में भाग नहीं लेंगे.

उन्होंने कहा है कि शिक्षा विभाग शिक्षकों को पोशाक पहनने के लिए दबाव दे रही है. पोशाक में होने से शिक्षक आसानी से पहचान में आ जाते हैं. ऐसे में नक्सली क्षेत्र में दिक्कत हो सकती है. मृत शिक्षक के परिजन को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. दुर्गा पूजा के बाद संघ की बैठक होगी, जिसमें मामले को लेकर आगे की रणनीति तय की जायेगी. हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने पर संघ आंदोलन करेगा.
झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ
झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार महतो ने भी शिक्षक की हत्या की निंदा की है. श्री महताे ने कहा है कि सरकार शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित कराये. विद्यालय में प्रबंध समिति के गठन का निर्देश दिया गया है, शिक्षकों को इससे अलग रखा जाये. उन्होंने कहा है सरकार शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने की बात तो करती है, पर अभी भी कई ऐसे गैर शैक्षिणक कार्य हैं, जिसमें शिक्षकों को लगाया जाता है. शिक्षकों को केवल पठन-पाठन के कार्य में लगाया जाये. संघ ने शिक्षक के परिजन को मुआवजा देने की मांग की है.

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