रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मिड-डे-मील के एक सौ करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी के खाते में जमा करने का मामला बिहार के सृजन घोटाले की तरह है़ कंस्ट्रक्शन कंपनी ने जिस अलग-अलग खाते में पैसे ट्रांसफर किये हैं, उससे लगता है कि सब कुछ सुनियोजित था़ गरीब बच्चों के मिड-डे-मील के पैसे में हाथ डाला गया है़ विभाग के अधिकारियों ने राज्य सरकार के संज्ञान में मामले को आने नहीं दिया या फिर विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत रही होगी़.
बैंक ने सीबीआइ जांच के लिए लिखा है़ राज्य सरकार भी मामले की सीबीआइ जांच कराये़ यह सृजन से बड़ा घोटाला होगा़ श्री मरांडी बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे़.
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में इस काम को देखनेवाले अधिकारियों काे तत्काल हटाया जाना चाहिए़ मामले की गहराई से जांच होगी, तो सारे तथ्य सामने आयेंगे़ श्री मरांडी ने कहा कि पिछले दिनों विधानसभा में सीएजी की रिपोर्ट रखी गयी थी़ इसमें कहा गया है कि हजारों करोड़ रुपये का हिसाब नहीं है़.
इन पैसे का क्या हुआ, इसको भी आधार बना कर सरकार को सीबीआइ जांच की पहल करनी चाहिए़ श्री मरांडी ने कहा कि इस घोटाले की जांच नहीं हुई, तो यह माना जायेगा कि सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है़ मौके पर झाविमो नेता बंधु तिर्की, योगेंद्र प्रताप सिंह, केके पोद्दार और संतोष कुमार मौजूद थे़
यशवंत आज बोल रहे हैं, अर्थशास्त्रियों ने पहले ही कह दिया था
केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा सवाल उठाये जाने के बाबत पूछे जाने पर श्री मरांडी ने कहा कि यशवंत सिन्हा आज बोल रहे है़ं उस समय उन्होंने क्यों नहीं कहा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा की गयी थी. जब केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी की घोषणा की गयी थी, उसके बाद ही अर्थशास्त्रियों ने कह दिया था कि देश का विकास दर पीछे चला गया है़ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि देश का विकास दर तीन प्रतिशत से कम हो जायेगा़ अब अर्थशास्त्रियों की कही बात सही साबित हो रही है, तब भाजपाइयों की नींद खुल रही है. इधर, दलबदल मामले की सुनवाई में हो रही देरी पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा ईमानदार पार्टी नहीं है.