भारतीय स्टेट बैंक के दो डिप्टी मैनेजर और तीन क्लर्क निलंबित, मामला मिड डे मील का 100 करोड़ बिल्डर के खाते में ट्रांसफर करने का
रांची : मिड डे मील का 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर करने के मामले में फिर कार्रवाई हुई है. भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन ने प्रारंभिक जांच के बाद पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, जबकि हटिया शाखा के एजीएम एजे टोप्पो को शाखा से हटा दिया गया है. […]
रांची : मिड डे मील का 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर करने के मामले में फिर कार्रवाई हुई है. भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन ने प्रारंभिक जांच के बाद पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, जबकि हटिया शाखा के एजीएम एजे टोप्पो को शाखा से हटा दिया गया है. उन्हें प्रशासनिक कार्यालय बुला लिया गया है. अब शाखा के नये एजीएम जसबीर सिंह होंगे. इससे पूर्व भी दो अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है. इस तरह भानु कंस्ट्रक्शन से जुड़े मामले में कुल सात अधिकारियों व कर्मचारियों पर एसबीआइ ने कार्रवाई की है. कई और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है.
क्या है मामला : मिड डे मील का 100 करोड़ रुपये एसबीआइ के हटिया शाखा ने पांच अगस्त को भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर कर दिया था. 19 सितंबर को इस मामले की जानकारी बैंक प्रबंधन को हुई. फिर बैंक ने कार्रवाई शुरू की. एसबीआइ ने भानु कंस्ट्रक्शन से पहले 47.80 करोड़ रुपये की वसूली की थी. बैंक को अपने सस्पेंस एकाउंटस से 52.11 करोड़ रुपये मिड डे मील प्राधिकरण को चुकाने पड़े थे. अब तक कुल 70 करोड़ रुपये की रिकवरी बैंक ने कर ली है. बैंक का 30 करोड़ अब भी कंपनी के पास है. हालांकि कंपनी के खाते में मात्र 205 रुपये है. भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी संजय तिवारी के खिलाफ भी कई राज्यों में जालसाजी के मामले दर्ज हैं.
अब तक सात पर हुई कार्रवाई
इन्हें किया गया निलंबित
डिप्टी मैनेजर ब्रजेश नायक
डिप्टी मैनेजर मिका समद
स्पेशल असिस्टेंट अशोक कुमार कुइला
सीनियर असिस्टेंट विनय कुमार लकड़ा
कस्टमर असिस्टेंट आदित्य कुमार शर्मा
पूर्व में िकये गये िनलंबित
डिप्टी मैनेजर अनिल उरांव
डिप्टी मैनेजर कमलजीत खन्ना
छह सितंबर को ही रांची आ गये थे नये डीजीएम देवेश
रांची. एसबीआइ के रांची जोन के नये डीजीएम के रूप में देवेश कुमार ने छह सितंबर को ही पदभार ग्रहण कर लिया था. वे लखनऊ में एजीएम के पद पर कार्यरत थे. 14 अगस्त को जारी स्थानांतरण आदेश के तहत पहले देवेश कुमार को लखनऊ से पटना सर्किल लाया गया. इसके बाद छह सितंबर को जारी आदेश से रांची जोन में डीजीएम के पद पर भेजा गया. छह सितंबर से ही वे रांची में बैंक का कामकाज देखने लगे हैं.
डीके पंडा के साथ देश भर के 41 अधिकारियों का स्थानांतरण :तीन साल पूरे होने पर डीजीएम डीके पंडा का स्थानांतरण भुवनेश्वर सर्किल में किया गया है. नियमों के अनुसार, हर तीन साल पर स्थानांतरण किया जाता है. श्री पंडा के साथ-साथ देश भर के कुल 41 रीजनल मैनेजर, डीजीएम व एजीएम रैंक के अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है. कई को प्रोमोशन भी मिला है. श्री पंडा ने 22 सितंबर 2014 को रांची में डीजीएम के पद पर ज्वॉइन किया था.