चेहरे पर खुशी: बुधवार को फ्लाइट से दिल्ली व आगरा गये थे बच्चे, लालकिला और ताजमहल देख तीन जिले के 41 बच्चे लौटे रांची
रांची: अपने सपनों की उड़ान भरने के बाद राज्य के 41 बच्चे गुरुवार को वापस रांची पहुंचे. एयरपोर्ट पर बच्चों के चेहरे पर खुशी के भाव थे. इन बच्चों को फ्लाइट ऑफ फैंटेसी कार्यक्रम के तहत हवाई जहाज से दिल्ली व आगरा घुमाया गया. बच्चों ने लजीज व्यंजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया. इन […]
रांची: अपने सपनों की उड़ान भरने के बाद राज्य के 41 बच्चे गुरुवार को वापस रांची पहुंचे. एयरपोर्ट पर बच्चों के चेहरे पर खुशी के भाव थे. इन बच्चों को फ्लाइट ऑफ फैंटेसी कार्यक्रम के तहत हवाई जहाज से दिल्ली व आगरा घुमाया गया. बच्चों ने लजीज व्यंजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया. इन बच्चों ने कभी नजदीक से हवाई जहाज भी नहीं देखा था. खूंटी, गुमला और रांची के ये बच्चे राउंड टेबल इंडिया के सौजन्य से गये थे.
इन बच्चों में साई के कुछ वैसे बच्चे भी हैं, जो तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रहे हैं. राउंड टेबल इंडिया के चेयरमैन मनप्रीत सिंह राजा ने कहा कि राउंड टेबल इंडिया, राउंड टेबल इंटरनेशनल की राष्ट्रीय शाखा है. देश के कई राज्यों में हमारे सदस्य हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के वैसे बच्चे जो सुविधाओं से वंचित हैं, उनकी आंखों में सपने अौर उम्मीदों को जगाना है.
क्या कहते हैं बच्चे
जूही तिर्की ने कहा कि वह संत जॉन इंटर कॉलेज, रांची में पढ़ती है. उसके पिता प्राइवेट जॉब करते हैं. उसका सपना है कि वह एयर होस्टेस बने. राउंड टेबल ने उसके सपने को पूरा किया है. फ्लाइट में वह एयर होस्टेस से मिली और उनसे एयर होस्टेज के कोर्स, तैयारी आदि के बारे में जानकारी ली. एयर होस्टेस ने बताया कि इंटर के बाद ही तैयारी कर सकते हैं. वह अगले वर्ष से इसकी तैयारी करेगी. यात्रा के दौरान बहुत आनंद आया. सब कुछ नया था. बहुत सारी चीजों को जानने व समझने का मौका मिला.
रीना कुमारी ने कहा कि वह प्रोजेक्ट हाइस्कूल, जोन्हा में पढ़ती है. उसके पिता किसान हैं. पहली बार उसने हवाई जहाज देखा और यात्रा की. दिल्ली में लालकिला और यमुना नदी देखे. आगरा में ताजमहल देखना बहुत अच्छा लगा. उसकी यह यात्रा ताउम्र उसके जेहन में याद बन कर रहेगी. वह काफी खुश है. अपनी खुशी बयां नहीं कर सकती. इस यात्रा के बारे में वह सभी को बतायेगी. राउंड टेबल ने विद्यार्थियों को बहुत बड़ा मौका दिया, जो सपने की तरह है और वह पूरा हुआ.
पुष्पा कुमारी ने कहा कि वह महात्मा एनडी ग्रोवर हाइस्कूल, खूंटी में पढ़ती है. उसके पिता राज मिस्त्री हैं. उसने कभी नजदीक से हवाई जहाज इससे पहले नहीं देखा था. पहली बार एयरपाेर्ट, हवाई जहाज का सफर, दिल्ली व आगरा जाना उसके लिए सपनों जैसा है. वह अपना अनुभव अपने भाई-बहन व सबको बतायेगी. बहुत अच्छा लगा, बहुत कुछ सीखने को मिला. राउंड टेबल ने बच्चों का सपना पूरा किया.
निखिल लकड़ा ने कहा कि वह संत जॉन स्कूल, रांची में पढ़ता है. पिता नहीं हैं. उसने कभी सोचा नहीं था कि पढ़ाई के दौरान उसे हवाई जहाज में चढ़ने का मौका मिलेगा. दिल्ली में युमना नदी, लालकिला देखा. आगरा में ताजमहल देखा. अब दोगुना मेहनत कर पढ़ाई करेंगे. अपनी यात्रा के अनुभव को उसने एक डायरी में नोट किया है. जिसे स्कूल में अपने दोस्तों व घर के सदस्यों को बतायेगा.