एसबीआइ के अधिकारियों से नव दुर्गा कंपनी ने कहा, भानु कंस्ट्रक्शन ने लौटाया बकाया, बैंक ने दी चेतावनी

रांची : मिड डे मील योजना के 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर किये जाने के मामले में भारतीय स्टेट बैंक ने ओड़िशा की नव दुर्गा कंपनी से तत्काल पैसा लौटाने को कहा है. ओड़िशा गये बैंक के अधिकारियों ने कंपनी के पदाधिकारियों को बकायदा पत्र सौंप कर ब्याज सहित लगभग 10.5 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2017 7:45 AM
रांची : मिड डे मील योजना के 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर किये जाने के मामले में भारतीय स्टेट बैंक ने ओड़िशा की नव दुर्गा कंपनी से तत्काल पैसा लौटाने को कहा है. ओड़िशा गये बैंक के अधिकारियों ने कंपनी के पदाधिकारियों को बकायदा पत्र सौंप कर ब्याज सहित लगभग 10.5 करोड़ रुपये लौटाने की मांग की है. जल्द रुपये नहीं लौटाने पर कंपनी को कार्रवाई की चेतावनी भी दी गयी है.
जब बैंक अधिकारियों ने नव दुर्गा कंपनी को पैसा लौटाने काे कहा, तो कंपनी की ओर से जवाब मिला कि पूर्व में उन्होंने भानु कंस्ट्रक्शन को जो पैसे दिये थे. वही पैसा उन्हें लौटाया गया है.

इस पर बैंक ने कहा कि आखिर ये पैसा किस चैनल से दिया गया है? क्या इतना पैसा भानु कंस्ट्रक्शन को कैश में दिया गया था या किसी बैंक में ट्रांसफर किया गया था? बैंक के एक वरीय अधिकारी ने कहा कि ओड़िशा की कंपनी अगर यह साबित नहीं कर पाती है कि पैसा किस तरह दिया गया, तो संबंधित कंपनी पर मनी लाउंड्रिंग का भी केस दर्ज हो सकता है.

गाड़ियों की डिलिवरी पर रोक लगाने काे कहा : इधर, संजय तिवारी द्वारा पोकलेन और महंगी कार खरीदने के मामले को लेकर एसबीआइ ने संबंधित डीलर को डिलिवरी पर रोक लगाने काे कहा है. बैंक का अनुमान है कि इस पर संजय तिवारी ने लगभग 1.5 से दो करोड़ रुपये खर्च किया है.
चार करोड़ रुपये एफडी के विरुद्ध लिया है लोन
जांच के दौरान बैंक को यह भी जानकारी मिली है कि संजय तिवारी ने एक्सिस बैंक से चार करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपोजिट (एफडी) के विरुद्ध लोन भी लिया है. बैंक इसे रिकवर करने में लगा है. बैंक ने अब तक 70 करोड़ रुपये रिकवर कर लिया है.
पुलिस सहित अन्य बैंकों को भी दी सूचना
एसबीआइ के अधिकारियों ने नव दुर्गा कंपनी को लेकर स्थानीय पुलिस और वहां के लगभग 17-18 बैंकों को इस मामले की सूचना दी है, ताकि खाते में पैसे रहने पर उसे वापस लेने की कार्रवाई की जा सके. बैंक ने ट्रांसफर किये गये पैसों को लेकर विस्तृत जानकारी सभी बैंकों को दी है. एसबीआइ के अधिकारी ओड़िशा से लौट आये हैं. इस मामले में अब तक दो बार टीम ओड़िशा जा चुकी है.

Next Article

Exit mobile version